अब सोसायटियों में भी लगाई जा रही है हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट
अहमदाबादPublished: Dec 30, 2018 10:04:29 pm
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अब सोसायटियों में भी लगाई जा रही है हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट
अहमदाबाद. अब सिर्फ प्रादेशिक परिवहन कार्यालय या ऑटोडीलर्स के पास ही नहीं सोसायटियों और कॉम्प्लेक्स में भी हाई सिक्युरिटी नंबर प्लेट (एचआरपी) लगाई जा रही है। यदि आपको भी ये नंबर प्लेट लगवानी हैं तो सोसायटी या कॉम्प्लेक्स के लेटरपेड पर एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाने के लिए आरटीओ में अनुरोध करना होगा, जहां से आरटीओ के नियमानुसार नंबर प्लेट लगाई जाएंगी। आरटीओ ने शाहीबाग, मकरबा जैसे कई इलाकों में एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाने की कैम्प लगाए हैं, जहां से पुराने वाहनों में ये नंबर प्लेट लगाई जा रही हैं।
आरटीओ-अहमदाबाद कार्यालय की ओर से शनिवार और रविवार को भी छुट्टियों के दिनों में भी नंबर प्लेट लगाने की कार्रवाई की गई। शनिवार को शाहीबाग स्थित स्पेक्ट्रम टावर में कैम्प लगाया गया था, जहां आरटीओ एसपी मुनिया अन्य आरटीओ अधिकारियों के साथ मौजूद थे। वहीं रविवार को मकरबा में अलबुर्ज सोसायटी और वैष्णोदेवी मंदिर के निकट एक सोसायटी में कैम्प लगाया गया है, जहां कई लोगों ने नंबर प्लेट लगवाई।
सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एस.ए. मोजणीदार ने बताया कि पिछले दो दिनों में तीन कैम्प किए हैं, जिसमें शनिवार को एक कैम्प शाहीबाग और रविवार को दो कैम्प मकरबा और वैष्णोदेवी सर्कल के निकट लगाए गए हैं, जिसमें पच्चीस-तीस वाहन चालकों ने एचएसआरपी नंबर प्लेट लगवाई हैं। अब सोसायटियों और कॉम्प्लेक्स में भी कैम्प का आयोजन किया है, जिसमें सोसायटी के लेटरपेड पर अध्यक्ष और सेकेटरी की मंजूरी के बाद एचएसआरपी लगाने वाली एजेंसियां नंबर प्लेट लगाने आती हैं। इसका मकसद है कि ज्यादा से ज्यादा वाहन चालक अपने वाहनों में एचएसआरपी नंबर प्लेट लगवाएं।
३१ जनवरी तक लगवा सकेंगे एचएसआरपी
केन्द्रीय मोटर वाहन नियमों में जो प्रावधान किए गए हैं उसके मुताबिक वाहनों में एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है। राज्य में 16 नवम्बर, 2012 से ये नंबर प्लेट लगाने की कार्रवाई क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय व सहायक क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में शुरू की गई है। पहले राज्य के पुराने वाहनों में हाई सिक्युरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगाने की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर थी, लेकिन एआरटीओ और आरटीओ में नंबर प्लेट लगवाने वाले वाहन चालकों की भीड़ को देखते हुए अब यह तिथि बढ़ाकर 31 जनवरी, 2019 की गई है।