प्राथमिक जांच व पूछताछ में सामने आया कि रेखा उर्फ जाड़ी खेड़ा की रहने वाली है। मृतक जिग्नेश उर्फ जगदीश उसका दूसरा पति था। वह सूरत का निवासी था। अहमदाबाद निवासी शाबिर रेखा के भाई के घर आता जाता था, जिससे उससे परिचय हुआ और प्रेम हो गया। रेखा उसके पहले पति के बच्चों के साथ सूरत, खेड़ा और अहमदाबाद आती जाती रहती थी। शाबिर फिलहाल उसके साथ ही रहता था। ये सभी कूड़ा बीनने का काम करते, फुटपाथ पर सो जाते थे। जगदीश काम धंधा नहीं करता और उसके पैसे खर्च करदेता था। जिससे रेखा ने शाबिर और शिवम से जगदीश की हत्या की बात कही। दोनों रेखा से प्रेम करते थे, जिससे हामी भर दी। योजना बनाई, जिसके तहत पहले जगदीश को नशा कराया और खाना खाने के बाद विक्टोरिया गार्डन के पास बुलाकर रेखा, राजू उर्फ लंबू, शिवम तथा शाबिर ने मिलकर प्लास्टिक की और सूत की रस्सी से जगदीश का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। ये रस्सियां रेखा ने कूड़ा बीनने के दौरान बचा ली थीं। राजू उर्फ लंबू के साथ भी रेखा काम करने जाती थी।