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Ahmedabad News : युगांडा में जन्मे अभय भारद्वाज महज 23 वर्ष की उम्र से थे राजनीति में सक्रिय

locationअहमदाबादPublished: Dec 02, 2020 11:02:21 am

Submitted by:

Binod Pandey

अपने स्वभाव और विलक्षण बुद्धि के कारण उन्होंने संसद तक का सफर तय किया। पिछले राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया था। पूर्व अफ्रिका के युगान्डा के जीजा शहर में जन्मे भारद्वाज एसएससी भारत में करने के बाद अखबार से लेकर वकीलात कर अग्निकाल फिल्म में काम भी किया। वे 1977 से जनता पार्टी में सक्रिय थे।

Ahmedabad News : युगांडा में जन्मे अभय भारद्वाज महज 23 वर्ष की उम्र से थे राजनीति में सक्रिय

Ahmedabad News : युगांडा में जन्मे अभय भारद्वाज महज 23 वर्ष की उम्र से थे राजनीति में सक्रिय

राजकोट. राज्यसभा सांसद और राजकोट के सुप्रसिद्ध वकील अभय भारद्वाज का महज 66 वर्ष की आयु में निधन से उनके कर्मक्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गहरी संवेदना जताई है। उनके निधन पर सभी दिग्गज नेताओं ने शोक जताया है। युगान्डा के जीजा शहर में दो अप्रेल 1954 को जन्मे अभय भारद्वाज महज 23 वर्ष की आयु से राजनीति में सक्रिय हो गए थे।
अपने स्वभाव और विलक्षण बुद्धि के कारण उन्होंने संसद तक का सफर तय किया। पिछले राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया था। पूर्व अफ्रिका के युगान्डा के जीजा शहर में जन्मे भारद्वाज एसएससी भारत में करने के बाद अखबार से लेकर वकीलात कर अग्निकाल फिल्म में काम भी किया। वे 1977 से जनता पार्टी में सक्रिय थे। पढ़ाई के दौरान मेधावी होने के कारण उन्हें युगांडा सरकार से छात्रवृत्ति भी मिलती थी।
13 वर्ष की आयु में बने थे प्रमुख
जीजा गुजराती मंडल ने 13 वर्ष की आयु में उन्हें प्रमुख पद प्रदान किया। एसएससी भारत में करने के बाद वे मुंबई से दो वर्ष विज्ञान की पढ़ाई की। राजकोट के धर्मेन्द्र सिंह कॉलेज में अंगेे्रजी से फिलॉसफी की पढ़ाई कर स्नातक हुए। इस दौरान विशेष कारणों से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़ दिए। वर्ष 1977 में जनता पार्टी के शासन के दौरान 23 साल में राजकोट शहर जिला जनता पक्ष के मंत्री बन कर गुजरात जनता युवा मोर्चा के महामंत्री बने। इसके बाद इन्हें अखिल भारतीय कारोबारी में स्थान मिला। वकालत के दौरान उन्होंने शशिकांत माली को फांसी की सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
ब्राह्मण एकता में भी भूमिका
ब्राह्मणों में एकता के लिए परशुराम युवा संस्था की स्थापाना की। अभयभाई के मार्गदर्शन में दो सौ से अधिक वकील जूनियर वकील काम करते थे। जो किसी भी वकील के लिए एक रिकॉर्ड के समान है। राजनीति और वकालत के दौरान हिन्दू और मुस्लिम एकता, धार्मिक कार्यक्रम और खेल जगत सहित कई गतिविधियों में वे लगातार सक्रिय रहते थे। भारद्वाज ने अग्निकाल फिल्म में जज की भूमिका अदा की थी। इसके अलावा बापा सीताराम फिल्म में वे कलक्टर के रोल में थे। बार एसोसिएशन के में प्रमुख पद पर निर्विरोध चुने गए थे। प्रधानमंत्री के कानून आयोग में उनकी नियुक्ति की गई थी। केन्द्रीय औद्योगिक जजों की नियुक्ति समिति में वे सदस्य के रूप में सेवा दे चुके थे। उनके परिवार में पत्नी अल्का और तीन संतानों में सबसे बड़ी आश्का बेन, एडवोकेट अमृता बेन और जींदाल लॉ युनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे पुत्र है। उनके छोटे भाई नितिन भारद्वाज प्रदेश भाजपा में सक्रिय हैं और विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके हैं।

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