सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के इंजीनियर के रूप में पूर्व में कार्य कर चुके डांगशिया की विवादास्पद भूमिका पर भी सवाल पूछे जाएंगे। इस अधिकारी के निवृत होने के बावजूद पिछले छह महीने से किसी ना किसी रूप में हर महीने 20 हजार रुपए चुकाए जा रहे हैं। इसके अलावा गुजरात माध्यमिक शिक्षण बोर्ड के सीनियर सदस्य और सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य डॉ.प्रियवदन कोराटे सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी की आर्थिक परिस्थिति के मामले में सवाल किए हैं। इस सवाल के जवाब में यूनिवर्सिटी ने बताया है कि बैंक में 13.50 करोड़ रुपए और एफडी के तौर पर 90.33 करोड़ रुपए हैं। लीला कडछा ने कॉन्ट्रेक्ट आधारित कर्मचारियों के संबंध में सवाल पूछे हैं वहीं सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के खेलकूद मैदान के मुद्दे पर भी सवाल किए गए हैं।