Ahmedabad News : लॉकडाउन में 20 से 22 फीसदी तक बढ़ गई घरेलू हिंसा
- अभयम से महिलाओं को किया अभय
- महिलाओं पर होने वाले अत्याचार को रोकने में सक्रिय रहा अभयम
- विगत वर्ष 2020 के लंबे लॉकडाउन के दुष्प्रभाव में घरेलू हिंसा के मामले बढ़ गए थे

वडोदरा. शहर और जिले की आठ तहसीलों में 181 अभयम महिला सुरक्षा हेल्पलाइन तीन वैनों के जरिए सक्रिय है। वर्ष 2020 के कोविड काल में वडोदरा अभयम ने महिला सुरक्षा की सशक्त भूमिका निभाई।
कोरोना संक्रमण काल में खतरे के बीच खड़ी रही टीम
जानकारी के अनुसार 181 के आधार पर मिले 5974 कॉल को लेकर मुश्किल में पड़ी महिलाओं जरूरी मदद पहुंचाई गई। आमतौर पर घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर शोषण, सोशल मीडिया के जरिए हैरान करने, छेडख़ानी और बलात्कार जैसे संगीन मामलों में भी कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच मदद पहुंचाई गई। विगत वर्ष 2020 के लंबे लॉकडाउन के दुष्प्रभाव में घरेलू हिंसा के मामले बढ़ गए थे। इसके कारण कॉल की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ। अभयम की को-ऑर्डिनेटर ने बताया कि घरेलू हिंसा के मामले सामान्य तौर पर 24 से 26 फीसदी होते हैं, लेकिन लॉकडाउन के दौरान यह संख्या बढ़कर 42 से 44 फीसदी तक पहुंच गई।
समझाया और परिवार भावन को केन्द्र में रखा
इस दौर में अभयम की टीम ने बेहतरीन काम करते हुए लोगों को जरूरी मदद पहुंचाई। लोगों को समझाने का प्रयास किया और परिवार भावना के महत्व को प्रमुखता देते हुए मुसीबत में फंसी महिलाओं को मदद पहुंचाई। अभयम के चंद्रकांतभाई ने बताया कि हमारी टीम ईश्वरकृपा से कोरोना संक्रमण से बची रही। सभी का समय-समय पर जांच और बचाव के तौर-तरीकों का इस्तेमाल करते हुए कोविड प्रोटोकाल का पालन किया गया।
वर्ष 2020 के दौरान टीम के काम का विवरण देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष दौरान घरेलू हिंसा के 4109 कॉल मिले। वर्ष 2014 से अब तक घरेलू हिंसा के 21,907 कॉल आए। इसके अलावा पड़ोसियों से विवाद, झगड़े को लेकर 943 कॉल आए। बाल विवाह रोकने के लिए भी टीम से मदद मांगी गई, चार लोगों ने इस संबंध में भी फोन किए।
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