कांग्रेस प्रमुख अमित चावडा के गढ़ बोरसद क्षेत्र में भाजपा ने सेंधमारी कर दी है। कांग्रेस प्रदेश प्रमुख के सगे चाचा जशवंतभाई चावडा के पुत्र प्रशांत चावडा ने भाजपा का केसरिया खेस धारण कर लिया है। राज्य सभा के पूर्व सांसद लालसिंह वडोदिया ने प्रशांत चावडा को केसरिया खेस धारन करवा कर पार्टी में स्वागत किया। प्रशांत भरत सिंह सोलंकी के सगे मामा का बेटा हैं, इनके इस तरह कांग्रेस के बजाय भाजपा में सक्रिय होने पर चर्चा का बाजार गर्म हो गया है। आगामी चुनाव में इसका व्यापक असर होने की चर्चा शुरू हो गई है। महानगर पालिका चुनाव में कांग्रेस की पराजय के बाद कांग्रेस की स्थानीय निकायों के चुनाव से पूर्व बड़ा झटका माना जा रहा है। ईश्वरभाई चावडा का परिवार दशकों से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। ईश्वर चावडा के बाद उनके पौत्र अमित चावडा भी कांग्रेस की विचारधारा के साथ आगे बढ़े, परंतु उनके ही परिवार के दूसरे सदस्य प्रशांत को भाजपा के साथ जुडऩे को परिवार के लिए आघात बताया जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं पर भी इसका व्यापक असर पडऩे की बात कही जा रही है। हालंाकि दिवंगत नेता ईश्वर चावडा और प्रदेश प्रमुख अमित चावडा के परिवार से कोई सदस्य भाजपा में जुड़ा हो यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी ईश्वर चावडा के छोटे बेटे व अमित चावडा के छोटे चाचा जितेन्द्र सिंह चावडा के पुत्र भी परिवार से नाराज होकर कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोरसद जीमखाना में आयोजित सभा में जितेन्द्र सिंह चावडा के पुत्र का भाजपा में स्वागत किया था। बाद में परिवार के अंदर समाधान हो जाने के बाद जितेन्द्र सिंह चावडा का पुत्र वापस कांग्रेस में लौट आया था। इसके बाद फिर से इस परिवार का सदस्य भाजपा से जुड़ा गया है।