हर दो घंटे में एक मौत कोरोना संक्रमण से पीडि़त पांच मरीजों की हर दो घंटे में मौत हो रही है। निजी हॉस्पिटल में कोविड बेड की कमी से स्थिति बिगड़ती जा रही है। निजी हॉस्पिटल में किसी के भी जाने पर एक ही जवाब मिलता है कि तीन-चार दिन बाद ही उनकी बारी आएगी। अभी सभी बेड फुल है। दूसरी ओर अंतिम संस्कार के लिए भी शवों की कतार लगाना विवशता हो गई है। राजकोट में कोरोना के पहले केस के दर्ज होने के बाद अभी तक 7.38 लाख से अधिक जांच कराई जा चुकी है। इसमें से 24 हजार 219 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हाल की स्थिति में 3575 से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
राजकोट पर कोरोना काल का बादल बन कर मंडराने लगा है। महामारी की चपेट में आकर संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा लगातार बढऩे से स्थिति विकट होती जा रही है। गुरुवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के कारण 82 लोगों की मौत की खबर से प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। दूसरी ओर संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी तीन अंक में बना हुआ है। बुधवार को एक ही दिन में कोरोना के 551 नए केस सामने आए। मुख्यमंत्री के गृह शहर राजकोट समेत समग्र गुजरात में कोरोना बेकाबू हो चुका है। महामारी के नई लहर में स्वस्थ्य युवक और नौजवान भी चपेट में आ रहे हैं।