आणंद शहर में सुबह के दो घंटे में सवा इंच बारिश हुई। शाम तक हल्की तो कभी तेज बारिश होती रही। आणंद शहर में लगातार बारिश के कारण सौ फीट रोड, 80 फीट रोड, विद्यानगर रोड, नए बस स्टैंड रोड, गणेश चौराहा समेत अन्य क्षेत्रों में सडक़ क्षतिग्रस्त हो गई। कई जगहों पर गड्ढ़े हो गए।
तारापुर, सोजित्रा और खंभात में बारिश का दौर जारी रहा। बोरसद और आंकलाव तहसील को छोडकऱ सभी जगहों पर 85 फीसदी बारिश हो चुकी है। खेड़ा जिले की नडियाद तहसील और कपड़वंज तहसील में सर्वाधिक बारिश हुई है।
आणंद शहर समेत जिले में सितंबर महीने में 20 दिन में 40 फीसदी बारिश हुई है। जिले में मानूसन के दौरान औसत बारिश 90 फीसदी दर्ज की गई। आणंद जिले में सर्वाधिक 9&& मीमी बारिश होने पर 111 फीसदी बारिश और खंभात में 785 मीमी बारिश होने पर 10& फीसदी बारिश हो चुकी है।
खंभात तहसील में अगस्त के अंत तक महज &86 मीमी बारिश होने पर यहां 51.77 फीसदी बारिश दर्ज की गई। पिछले 20 दिनों में 17 इंच बारिश होने पर करीब 10& फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। उमरेठ में अगस्त तक महज 27.41 फीसदी बारिश हुई थी। इसके बाद 20 दिनों में 11 इंच बारिश होने पर बारिश का आंकड़ा 81 फीसदी हो गया। इस बार आंकलाव तहसील में सबसे कम 65 फीसदी बारिश हुई है।
बारिश की वजह से निचले क्षेत्रों में कई स्थानों पर पानी भर गया। यहां तक की उंझा रेलवे ब्रिज के नीचे भी पानी भरने से आवागमन में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। 1 घंटे में डेढ़ इंच बारिश हुई। उंझा में उमिया माता का दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानी हुई।
गोधरा. अब तक मानसून के अंतिम दौर से अछूते रहे पंचमहाल जिले के गोधरा शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को अचानक इस कदर बारिश शुरू हुई कि जगह-जगह जल-जमाव की स्थिति पैदा हो गई। इससे आवागमन प्रभावित हो गया। किसान भी खुश हो गए। उधर, पंचमहाल जिले के गोधरा और आसपास साढ़े तीन से लेकर करीब 4 इंच, जांबुघोडा में & इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई।