भादरण गांव के स्टेशन रोड पर एनआरआई ठाकोरभाई पटेल का बंगला है। पटेल अपने परिवार के साथ वर्षों पहले अमरीका में बस गए थे। उनके बंगले और जमीन की देखरेख रमतुभाई भाई करता था। रात में वह बंगले के बाहर सो जाता था। ढाई माह पहले पांच सितम्बर को चोरों ने बंगले में चोरी की कोशिश की, लेकिन उसके जाग जाने पर लुटेरे मारपीट करने लगे।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने किसी वस्तु से वार कर उसकी हत्या कर दी। बाद में बंगले का ताला तोड़कर घर में घुस गए और लूट का प्रयास किया। घर में कोई कीमती वस्तु नहीं मिलने से सभी खाली हाथ ही चले गए। जानकारी मिलने पर भादरण पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी। पुलिस अधीक्षक अजीत राजियाण ने एलसीबी, एसओजी और पेरोल फर्लो समेत भादरण पुलिस की सात अलग-अलग टीम बनाकर जांच शुरू की। घटना को लेकर अहमदाबाद के रेंज आईजी वी चंद्रशेखर ने विशेष जांच दल की रचना करने का आदेश दिया।
विशेष जांच दल के पुलिस उप निरीक्षक पी बी जादव को जांच के दौरान गुप्त सूचना मिली। इसके आधार पर उन्होंने एक आरोपी दहेवाण गांव के विक्रम ऊर्फ डमचीनी को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो मामले खुलासा हो गया। आरोपी से पूछताछ के बाद गिरोह के दो अन्य सदस्य संजय तलपदा, जेणा तलपदा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने भादरण में हुए गार्ड की हत्या की वारदात कबूल की। कि लूट के दौरान उसके प्रतिकार करने पर उसकी हत्या कर दी गई। आरोपियों ने बताया कि पांच महीने पहले उन्होंने वालवोड और कोसिन्द्रा गांव, डेढ महीने पहले लालपुरा गांव में चोरी की थी। इनके गिरोह के एक अन्य सदस्य भूरा तलपदा ने आणंद और नडियाद में आठ चोरी में संलिप्त रहा है। पुलिस फरार अन्य दो आरोपियों की तलाश में जुटी है।