रूपाणी ने कहा कि कायदा भवन भी आधुनिकतम सुविधाओं के साथ कार्यरत किया गया है। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे कामकाज के कारण तहसील- जिला अदालत के साथ हाईकोर्ट में भी कार्य का भार बढ़ा है।
कायदा भवन मॉडल भवन साबित होगा: जस्टिस रेड्डी
गुजरात ने की अनोखी पहल: जस्टिस शाह
गुजरात हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायमूर्ति अनंत दवे ने सामान्य नागरिकों को शीघ्र न्याय दिलवाने के लिए गुजरात सरकार के प्रयासों की सराहना की। गुजरात के कानून मंत्री श्री भुपेन्द्रसिंह चुड़स्मा ने कहा कि कायदा भवन बदलाव को आत्मसात कर मॉडल स्टेट के अनुकूल है।
भारत सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि गुजरात सभी क्षेत्रों में अग्रसर रहा है। ऐसे में कायदा भवन भी देश के श्रेष्ठ भवनों में से एक बना है। देश के कानून क्षेत्र में अनेक गुजरातियों ने श्रेष्ठ योगदान दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि विधि अधिकारियों को रूल ऑफ लॉ के परिणामलक्षी नियमन के लिए सक्रिय भागीदारी निभानी होगी।
महाधिवक्ता कमल त्रिवेदी ने कहा कि यह कायदा भवन देश का श्रेष्ठ भवन है।
लोक अभियोजक मितेश अमीन ने कहा कि यह भवन श्रेष्ठ भवन है। अन्य सुविधाओं के साथ इसमें किड्स सेंटर, दिव्यांगों के लिए अलग सुविधाएं और सेमिनार हॉल की भी व्यवस्था है। सोलर पैनल के साथ पर्यावरण का भी खयाल रखा गया है।
इस अवसर पर सरकारी वकील मनीषा लवकुमार शाह ने कहा कि राज्य के कानून विभाग की ओर से करीब 39 करोड़ के खर्च से बनवाया गया यह भवन श्रेष्ठ और उपयोगी है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्य न्यायाधीश आर सी लाहोटी, राज्य के मुख्य सचिव डॉ. जे.एन.सिंह, अतिरिक्त महाधिवक्ता प्रकाश के. जानी सहित राज्य के कानून विभाग के प्रभारी सचिव सचिव मिलन दवे, कई वकील उपस्थित थे।