मैसेज मिलते ही अलर्ट (Alertness) हो गए रेलकर्मी
वांकानेर के स्टेशन मास्टर ने एक संदेश से किया गया और रेलवे कंट्रोल ऑफिस को बताया कि 7.30 बजे ट्रेन का कोच पटरी से उतर गया, जिसमें सात से ज्यादा पेसेंजर बुरी तरह से घायल है। ऐसे संदेश मिलते ही रेलवे कंट्रोल ऑफिस से आपातकालीन सायरन को बजाया गया। रेलवे तंत्र हरकत में आ गया और सभी प्रकार कि आपातकालीन सेवाएं निर्धारित समय में तैयार कर वांकानेर के लिए रवाना कर दी गयी।
वांकानेर के स्टेशन मास्टर ने एक संदेश से किया गया और रेलवे कंट्रोल ऑफिस को बताया कि 7.30 बजे ट्रेन का कोच पटरी से उतर गया, जिसमें सात से ज्यादा पेसेंजर बुरी तरह से घायल है। ऐसे संदेश मिलते ही रेलवे कंट्रोल ऑफिस से आपातकालीन सायरन को बजाया गया। रेलवे तंत्र हरकत में आ गया और सभी प्रकार कि आपातकालीन सेवाएं निर्धारित समय में तैयार कर वांकानेर के लिए रवाना कर दी गयी।
स्थानीय महकमा भी लगा राहत-बचाव में राजकोट के मण्डल रेल प्रबंधक परमेश्वर फुंकवाल की मौजूदगी में वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी आर. सी. मीना निर्देशन रेल कर्मचारियों के अंतर विभागीय समन्वय और राज्य के आपातकालीन विभाग तथा एनडीआरएफ टीम के बीच समन्वय बनाए के लिए वार्षिक फूल स्केल रिहर्सल का आयोजन वांकानेर स्टेशन पर किया गया। मॉकड्रिल में राजकोट के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रवीन्द्र श्रीवास्तव, वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अभिनव जेफ, मंडल इंजीनियर (पूर्व) अंकित कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर वी शर्मा समेत वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
जिला आपातकालीन विभाग, जिला सरकारी अस्पताल व निजी अस्पताल, पुलिस वांकानेर एवं मोरबी को सूचित किया गया। इस सूचना मिलने पर सभी आपातकालीन सेवाएं हरकत में आ गई और सभी सेवाएं तुरंत दुर्घटना स्थल पर पहुंची। एनडीआरएफ (NDRF) और रेलवे की दुर्घटना एवं चिकित्सा उपकरण गाड़ी दुर्घटना स्थल पर पाहुंचने के बाद राहत व बचाव कार्य गया। इस रिहर्सल में भाग लेनेवाले रेल कर्मियों, एनडीआरएफ, सिविल डिफेंस स्काउट एंड गाइड एवं जिला आपातकालीन सेवा के सदस्यों को बचाव उपकरण, मशीनरी तथा तकनीकों से अवगत होने का अवसर मिला।