डॉ. योगेन्द्र व्यास गुजरात विश्वविद्यालय के भाषा भवन के निदेशक भी रह चुके हैं। वे उससे पहले सुरेन्द्रनगर की महिला कॉलेज और अहमदाबाद की सरसपुर आट्र्स-कॉसर्म कॉलेज के प्राचार्य भी रहे। 1965 में पूना की डेक्कन कॉलेज और 73-74 तक अहमदाबाद की बीएम इंस्टीट्यूट में विजिटिंग प्राध्यापक के रूप में भी कार्यरत रहे। 1983 में यूजीसी के सहयोग से जीयू की ओर से शुरू किए गए शॉर्ट टर्म इंस्टीट्यूट इन लिंग्विस्टिक्स के निदेशक भी रहे। व्याकरण, बोलीविज्ञान, भाषा शिक्षा, शैली विज्ञान और समाज भाषआ विज्ञान के क्षेत्र में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा है। उन्होंने इन विषयों में 50 से ज्यादा शोध कीं। एक दर्जन से ज्यादा पुस्तकें लिखी हैं। 1974, 76 और 77 में प्रकाशित उनकी पुस्तकों को राज्य सरकार ने श्रेष्ठ पुस्तक का अवार्ड भीप्रदान किया। 77 में भाईकाका अंतर यूनिवर्सिटी शोध पुरस्कार भी प्रदान किया गया था। वे जीयू के राज्यपाल की ओर से नियुक्त सीनेट सदस्य भी रहे।