1 पुणे की टीम के सहयोग से होगी शुरुआत
अब तक पुणे में छह गर्भाशय का ट्रान्सप्लान्ट हुआ है। जहां के एक्सपर्ट डॉ. शैलेष पुताम्बर के सहयोग से आईकेडीआरसी में गर्भाशय ट्रान्सप्लान्ट की शुरुआत की जाएगी। मल्टीपल ऑर्गन ट्रान्सप्लान्ट केन्द्र होने के कारण यहां सभी साधन मौजूद हैं। अगले एक से डेढ़ माह में गर्भाशय के प्रत्यारोपण कर दिया जाएगा।
अब तक पुणे में छह गर्भाशय का ट्रान्सप्लान्ट हुआ है। जहां के एक्सपर्ट डॉ. शैलेष पुताम्बर के सहयोग से आईकेडीआरसी में गर्भाशय ट्रान्सप्लान्ट की शुरुआत की जाएगी। मल्टीपल ऑर्गन ट्रान्सप्लान्ट केन्द्र होने के कारण यहां सभी साधन मौजूद हैं। अगले एक से डेढ़ माह में गर्भाशय के प्रत्यारोपण कर दिया जाएगा।
वरदान साबित होगा केन्द्र
सरकार के इस सेंंटर में बहुत कम दामों पर या फिर मुफ्त में भी गर्भाशय का ट्रान्सप्लान्ट हो सकेगा। जिससे यह सेंंटर उन महिलाओं को वरदान साबित होगा जो गर्भाशय संबधित समस्या के चलते मां नहीं बन पा रहीं हैं। निजी अस्पताल में यदि गर्भाशय का ट्रान्सप्लान्ट होता है तो लगभग खर्च 10 लाख के आसपास हो सकता है। आइकेडीआरसी में अब तक सात हजार के आसपास किडनी ट्रान्सप्लान्ट हो चुके हैं। इसके अलावा 587 लिवर और दस पेंक्रियाज का सफलतापूर्वक ट्रान्सप्लान्ट किया जा चुका है।
डॉ. विनीत मिश्रा, निदेशक आइकेडीआरसी
सरकार के इस सेंंटर में बहुत कम दामों पर या फिर मुफ्त में भी गर्भाशय का ट्रान्सप्लान्ट हो सकेगा। जिससे यह सेंंटर उन महिलाओं को वरदान साबित होगा जो गर्भाशय संबधित समस्या के चलते मां नहीं बन पा रहीं हैं। निजी अस्पताल में यदि गर्भाशय का ट्रान्सप्लान्ट होता है तो लगभग खर्च 10 लाख के आसपास हो सकता है। आइकेडीआरसी में अब तक सात हजार के आसपास किडनी ट्रान्सप्लान्ट हो चुके हैं। इसके अलावा 587 लिवर और दस पेंक्रियाज का सफलतापूर्वक ट्रान्सप्लान्ट किया जा चुका है।
डॉ. विनीत मिश्रा, निदेशक आइकेडीआरसी