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अहमदाबाद का युवा बेरोजगार है, शिक्षा में व्यापार है : हार्दिक

locationअहमदाबादPublished: Nov 12, 2017 10:43:07 pm

पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के संयोजक हार्दिक पटेल ने शुक्रवार शाम शहर के ठक्करबापानगर इलाके में पाटीदारों से जीएसटी, पाटीदार आरक्षण और बेरोजगार

hardik petal

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अहमदाबाद।पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के संयोजक हार्दिक पटेल ने शुक्रवार शाम शहर के ठक्करबापानगर इलाके में पाटीदारों से जीएसटी, पाटीदार आरक्षण और बेरोजगारी के मुद्दे पर संवाद किया।हार्दिक ने कहा कि अहमदाबाद का युवा बेरोजगार है। शिक्षा में व्यापार है। शिक्षा महंगी हो रही है। बच्चों को पढ़ाने के लिए पाटीदारों को अपनी जमीन तक बेचनी पड़ रही है।

हार्दिक के संवाद व जनसभा कार्यक्रम में बड़ी सं?या में उमड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए हार्दिक ने कहा कि पाटीदारों पर हुए अत्याचार, गुजरात के युवाओं के बेरोजगार होने और किसानों के दुख को दबाने की कोशिशें हो रही हैं। इसके लिए झूठा प्रचार किया जा रहा है।

लेकिन यह भी याद रखे जाने की जरूरत है कि जहाज को डुबोने के लिए एक छोटा सा छेद ही काफी है।पास की महिला संयोजक गीताबेन पटेल ने कहा कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान पाटीदारों पर हुए अत्याचार को ना भूलें। चुनाव में मतदान करने जाएं तो उससे पहले दमन को जरूर याद करें। उन्होंने भाजपा में शामिल होने वाली पास की महिला संयोजक रेशमा पटेल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि समाज ने जिसे भरपूर साथ दिया वही लोग समाज को दरकिनार करके समाज पर दमन करने वालों से जा मिले।

डोनेशन वसूली मामले में डीपीईओ कार्यालय में हुई सुनवाई


घाटलोडिया के त्रिपदा इंटरनेशनल स्कूल पर डोनेशन की वसूली का आरोप लगाते हुए चार महीने पहले अभिभावकों की ओर से की गई शिकायत पर शुक्रवार को जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सुनवाई की गई।

बैठक में त्रिपदा इंटरनेशनल स्कूल के संचालक और शिकायत करने वाले अभिभावक उपस्थित रहे, लेकिन प्राचार्य नहीं आए। इस बैठक में अभिभावकों ने स्कूल पर लगाए आरोपों के सबूत पेश करते हुए वसूले गए ३० हजार रुपए के डोनेशन के संदर्भ में दी गई रसीद पेश कीं। मांग की गई या तो डोनेशन की राशि वापस दी जाए या फिर स्कूल की सालाना फीस में उसे समाहित किया जाए। उधर इस मामले में अभिभावकों का आरोप था कि बैठक में स्कूल संचालक की ओर से कोई राय नहीं दी गई।

इस मामले में कार्रवाई करने को लेकर डीपीईओ महेश मेहता ने कहा कि वह इसकी रिपोर्ट ऊपरी अधिकारियों को भेजेंगे। अभिभावक अमित पंचाल ने कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने इसको लेकर बाल अधिकार आयोग, फीसनिर्धारण समिति और मानवाधिकार में शिकायत की है और आगे भी उच्च स्तर पर शिकायत करेंगे।

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