जून-१९ शैक्षणिक सत्र से अमल व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रवेश समिति (एसीपीसी) के सदस्य सचिव डॉ. जी.पी.वडोदरिया ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि एआईसीटीई की ओर से लिए गए इस नीतिगत निर्णय का अमल जून-2019 से शुरू हो जाएगा। जिसके तहत डीटूडी इंजीनियरिंग, डीटूडी फार्मेसी एवं एमसीए लेटरल एंट्री व ऐसे सभी कोर्सों में 20 प्रतिशत सीटों की जगह कुल सीटों की 10 प्रतिशत सीटें ही उपलब्ध रहेंगीं। इसके अलावा जून-२०१८ में प्रथम वर्ष में रिक्त रहीं सीटें भी उपलब्ध होंगीं।
बीते वर्ष इतनी सीटें रह गई थीं खाली
एसीपीसी सूत्रों के अनुसार बीते वर्ष २०१८-१९ में डीटूडी डिग्री इंजीनियरिंग कोर्स की बात करें तो कुल सीटों की 20 प्रतिशत सीटें एवं उसके साथ वर्ष २०१७-१८ में पहले वर्ष में खाली रहीं सीटों सहित कुल 41 हजार से अधिक सीटें खाली थीं। उसमें प्रवेश के लिए महज 72 सौ ही सीटें भरीं। करीब 33 हजार से अधिक सीटें रिक्त रही थीं।
-डीटूडी फार्मेसी कोर्स के तहत 69 कॉलेजों में 1431 सीटें उपलब्ध थीं, जिसमें सिर्फ 78 सीटें ही भरी थीं। सिर्फ 119 आवेदन मिले थे और 1353 सीटें खाली रही थीं।
-एमसीए लेटरल एंट्री कोर्स के तहत ६५ कॉलेजों में करीब ६१३६ सीटें उपलब्ध थीं, इसमें केवल ८३३ सीटें ही भरी गईं, जबकि ५३०० सीटें रिक्त रह गईं।
एसीपीसी सूत्रों के अनुसार बीते वर्ष २०१८-१९ में डीटूडी डिग्री इंजीनियरिंग कोर्स की बात करें तो कुल सीटों की 20 प्रतिशत सीटें एवं उसके साथ वर्ष २०१७-१८ में पहले वर्ष में खाली रहीं सीटों सहित कुल 41 हजार से अधिक सीटें खाली थीं। उसमें प्रवेश के लिए महज 72 सौ ही सीटें भरीं। करीब 33 हजार से अधिक सीटें रिक्त रही थीं।
-डीटूडी फार्मेसी कोर्स के तहत 69 कॉलेजों में 1431 सीटें उपलब्ध थीं, जिसमें सिर्फ 78 सीटें ही भरी थीं। सिर्फ 119 आवेदन मिले थे और 1353 सीटें खाली रही थीं।
-एमसीए लेटरल एंट्री कोर्स के तहत ६५ कॉलेजों में करीब ६१३६ सीटें उपलब्ध थीं, इसमें केवल ८३३ सीटें ही भरी गईं, जबकि ५३०० सीटें रिक्त रह गईं।