सफलता में रिवीजन सबसे अहम, 3 बार पूरा कोर्स पढ़ा: नील
सीएमए फाइनल में 800 में से 532 अंक प्राप्त कर देश में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले नील क्रिश्चियन बतातें हैं कि फाइनल में सफलता के लिए सबसे ज्यादा जरूरी रिवीजन है। उन्होंने पूरे कोर्स को तीन बार पढ़ा। वे दिन में 10-12 घंटे पढ़ाई करते थे। कॉन्सेप्ट क्लियर करने पर ज्यादा ध्यान देते थे। थियरी के पेपर में उत्तर लिखते समय मेजर पोइंट को अच्छे से उभारते हुए लिखने पर ज्यादा अंक मिलते हैं। बिना ट्यूशन के भी सफलता मिल सकती है। उन्होंने कोई ट्यूशन नहीं रखा था। इंस्टीट्यूट के यूट्यूब चैनल से तैयारी की। उन्हें देश में तीसरा स्थान प्राप्त करने की उम्मीद नहीं थी। दिसंबर 2019 में उन्होंने इंटरमीडिएट के ग्रुप दो में देश में सबसे ज्यादा अंक प्राप्त किए थे। माता मेघा और पिता कोरेश दोनों ही प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। वे खेड़ा जिले के नडियाद के रहने वाले हैं। सफलता में माता का बड़ा योगदान है। अभी जॉब की इच्छा है।
पढ़ाई में निरंतरता, खुद के नोट्स बनाना फायदेमंद: हेतवी सीएमए फाइनल में 514 अंक के साथ देश में छठा स्थान प्राप्त करने वाली कच्छ जिले के मुन्द्रा की निवासी हेतवी अधिकारी बताती हैं कि सफलता के लिए पढ़ाई में निरंतरता जरूरी है। आर्टिकलशिप के बाद फिर से घंटों बैठकर पढ़ाई करने में उन्हें दिक्कत हुई। तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान करना चाहिए। उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे देश में छठा स्थान प्राप्त करेंगीं, लेकिन इतना जरूर तय था कि फेल नहीं होना है। इसके लिए उन्होंने मन लगाकर काफी पढ़ाई की। इंस्टीट्यूट के स्टडी मटीरियल से ही तैयारी करनी चाहिए। संदर्भ बुकों का ज्यादा सहारा न लेते हुए अपनी शॉर्ट नोट्स बनानी चाहिए। ताकि पेपर के समय पूरा कोर्स फिर से पढ़ लिया जाए। अभी जॉब की इच्छा है।