Ahmedabad : महानगरपालिका डेंगू पर नहीं लगा पा रही लगाम
अहमदाबादPublished: Nov 25, 2019 11:27:57 pm
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Ahmedabad : महानगरपालिका डेंगू पर नहीं लगा पा रही लगाम
अहमदाबाद. ऐसा लगता है कि अहमदाबाद महानगरपालिका (Ahmedabad municipal corporation) डेंगू के मरीजों (Dengue patient) पर लगाम लगाने में नाकामियाब साबित हो रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है जहां पिछले वर्ष नवम्बर में डेंगू के 332 मरीज थे, जो इस वर्ष नवम्बर में दोगुने से ज्यादा मतलब कि 651 मरीज सामने आए हैं। यदि मलेरिया के मरीजों की बात की जाए तो उसमें भी मरीजों की संख्या बढ़ी है, लेकिन चिकनगुनिया और फाल्सीफेरम (phalifarum) (जहरी मलेरिया) के मरीजों पर जरूर नियंत्रण लगा है।
यदि अहमदाबाद महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले वर्ष नवम्बर में 167 मलेरिया के मरीज थे, जो इस वर्ष 23 नवम्बर तक 188 मरीज सामने आए। वहीं फाल्सीफेरम के 40 मरीज थे, जो इस वर्ष 23 नवम्बर तक 31 मरीज सामने आए। वहीं डेंगू के मरीज 332 थे, जो इस वर्ष बढ़कर 651 मरीज हो गए। चिकनगुनिया में जहां पिछले वर्ष में 39 मरीज थे, जो इस वर्ष 22 मरीज सामने आए।
वहीं ऐसा लगता है रक्त जांच में भी महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग पीछे है। जहां वर्ष 2018 नवम्बर में स्वास्थ्यकर्मियों ने 1, 23,989 रक्त के नमूनों के जांच की गई थी, जब कि इस वर्ष 23 नवम्बर तक 87 हजार 329 रक्त के नमूनों की जांच की गई। वहीं नवम्बर 2018 में 3320 सीरम नमूनों की जांच हुई थी, जो इस वर्ष 23 नवम्बर तक 4390 सीरम सेम्पल (नमूनों) की जांच की गई।
पानीजन्य बीमारियों पर लगी लगाम
ऐसा लगता है कि महानगरपालिका ने पानीजन्य ब बीमारियों पर कुछ लगाम लगाई, जहां पिछले वर्ष नवम्बरउल्टी-दस्त 408 मरीज सामने आए थे, जो इस वर्ष 23 नवम्बर तक 367 मरीज दर्ज किए गए। वहीं कमला (पीलिया) के जहां 203 मरीज थे, जो इस वर्ष 23 नवम्बर तक 133 मरीज दर्ज किए गए। वहीं टाइफाइड के जहां पिछले वर्ष नवम्बर में 302 मरीज थे, जो इस वर्ष 268 मरीज हैं। लेकिन कोलेरा का कोईभी मरीज दर्ज नहीं हुआ, जो कि पिछले वर्ष नवम्बर में दो मरीज थे.।