शहर के पाघरिया इलाके में रहने वाले फिरोज वोहरा का पुत्र मोहम्मद हुजेफा चार वर्ष पूर्व सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए न्यूजीलैण्ड के क्राइस्टचर्च शहर गया था। पढ़ाई के बाद नौकरी करते हुए वहीं स्थायी हो गया था। हाल ही में वह न्यूजीलैण्ड से आणंद आया था और छुट्टी मनाने के बाद 25 दिन पहले न्यूजीलैण्ड वापस गया था।
हुजेफा शुक्रवार को क्राइस्टचर्च की मस्जिद में शुक्रवार की नमाज पढऩे पहुंचा था। वह जब अपने मित्रों के साथ मस्जिद में था तभी अचानक हुए हमले में एक आतंकी ने फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में हुजेफा मजिस्द की उस जगह छिप गया जहां से इमाम प्रवचन देते हैं। इस कारण वह बाल-बाल बच गया। हुजेफा के साथ मस्जिद में गए उसके मित्रों की मौत हो गई जबकि हुजेफा के साथ-साथ उसका एक पाकिस्तानी व एक बंगलादेशी सहित तीन जने बाल-बाल बच गए। घटना के बाद हुजेफा घायलों के उपचार में लग गया। घटना के बारे में हुजेफा ने अपने पिता को फोन कर यह दावा किया कि इस घटना में उसके पांच मित्रों की मौत हुई है जबकि दो मित्र बाल-बाल बच गए। घटना के बाद यहां पहुंची पुलिस ने हुजेफा सहित अन्य लोगों का बयान लिया। फिरोज भाई ने अपने पुत्र के बाल-बाल बचने पर अल्लाह का शुक्रिया अदा किया।
हुजेफा शुक्रवार को क्राइस्टचर्च की मस्जिद में शुक्रवार की नमाज पढऩे पहुंचा था। वह जब अपने मित्रों के साथ मस्जिद में था तभी अचानक हुए हमले में एक आतंकी ने फायरिंग शुरू कर दी। इस घटना में हुजेफा मजिस्द की उस जगह छिप गया जहां से इमाम प्रवचन देते हैं। इस कारण वह बाल-बाल बच गया। हुजेफा के साथ मस्जिद में गए उसके मित्रों की मौत हो गई जबकि हुजेफा के साथ-साथ उसका एक पाकिस्तानी व एक बंगलादेशी सहित तीन जने बाल-बाल बच गए। घटना के बाद हुजेफा घायलों के उपचार में लग गया। घटना के बारे में हुजेफा ने अपने पिता को फोन कर यह दावा किया कि इस घटना में उसके पांच मित्रों की मौत हुई है जबकि दो मित्र बाल-बाल बच गए। घटना के बाद यहां पहुंची पुलिस ने हुजेफा सहित अन्य लोगों का बयान लिया। फिरोज भाई ने अपने पुत्र के बाल-बाल बचने पर अल्लाह का शुक्रिया अदा किया।