अहमदाबाद. गुजरात विद्यापीठ के पास दिन दहाड़े आंगडिय़ाकर्मी अंबालाल पटेल (५४) को गोली मारकर की गई पांच लाख की लूट में उपयोग में ली गई एक बाइक चांदखेडा से अडालज जाने वाले मार्ग से लावारिश हालत में मिली है। यह बाइक चोरी की होने का खुलासा हुआ है। लूट की वारदात को अंजाम देने वाले चारों आरोपी अभी पकड़ से दूर हैं।
बाइक के मिलने पर पुलिस ने उसके नंबर के आधार पर बाइक मालिक मेघाणीनगर बाबूसिंह तोमर की चाली निवासी भरत प्रजापति को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। उसने बताया कि उसकी यह बाइक १५ मार्च को चोरी हो गई थी। इस बारे में उसने मेघाणीनगर पुलिस में शिकायत भी की है।
दिन दहाड़े गोली मारकर, लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हुए आरोपियों को पता लगाने के लिए पुलिस ने आश्रमरोड, उस्मानपुरा, नारणपुरा, वाडज इलाके के कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। इन फुटेज के आधार पर आरोपियों का पता लगाने में पुलिस जुटी है। पुलिस को इस घटना में उत्तरप्रदेश और गुजरात के युवकों का हाथ होने की आशंका है।महेसाणा जिले के कहोडा गांव निवासी अरविंदभाई पटेल (५४) शुक्रवार सुबह करीब सात बजे रतनपोल में अरविंदभाई हरगोविंद पटेल आंगडिय़ा पेढ़ी से पांच लाख १० हजार रुपए के आंगडिय़ा का पार्सल लेकर पालनपुर जा रहे थे। वह गुजरात विद्यापीठ के पास एसटी के बस स्टैंड पर खड़े होकर बस का इंतजार कर रहे थे।
इसी दौरान आयकर चार रास्ते की ओर से दो बाइकों पर आए चार युवकों ने अरविंदभाई के पास आकर पिस्तौल जैसे हथियार से हवा में दो राउंड फायरिंग कर दी। इसके बाद वह अरविंदभाई के पास से थैले को छीनने की कोशिश करने लगे। अरविंद भाई ने थैला नहीं छोड़ा तो आरोपियों ने हाथापाई की। फिर भी अरविंदभाई के नहीं डिगने पर उन्होंने दो गोली उनके कमर के हिस्से में और एक मुंह में मार दी,जिससे गोली गले के आरपार निकल गई और वह नीचे गिर गए और आरोपी उनके पास से थैला लेकर फरार हो गए। जख्मी अरविंदभाई को वीएस अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। अरविंदभाई की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं। दोनों पढ़ाई कर रहे हैं। खेती का
काम करते हैं। गुजर नहीं होने के चलते वह करीब चार-पांच साल से आंगडिय़ा में काम कर रहे थे। परिजनों ने आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से सरकार से मदद की गुहार लगाई है।
इस मामले में आंगडियाकर्मियों के साथ गुजरात विद्यापीठ पहुंचने वाले राजूभा झाला ने शिकायत दर्ज कराई है। आरोपियों के फायरिंग करते ही अरविंदभाई के साथ बस स्टैंड पर खड़े अन्य छह आंगडिय़ा के कर्मचारी वहां से भाग निकले। आरोपी थैला लेकर उस्मानपुरा की ओर फरार हो गए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज को खंगालने में जुटी है।
शांति के प्रतीक गांधी के चित्र के आगे हिंसा!शांति के प्रतीक माने जाने वाले महात्मा गांधी की ओर से स्थापित विद्यापीठ के दीवार पर जहां गांधी का चित्र था ठीक उसी के आगे आरोपियों ने अरविंदभाई को गोली मारी और वह मुंह के भर नीचे गिर गए।