सूत्रों के अनुसार बोर्ड की 10वीं कक्षा की परीक्षाएं मंगलवार को समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं के 100 बंडल महेसाणा से रवाना किए गए। चार कर्मचारी व एक वाहन चालक विशेष मिनी बस से मंगलवार रात को विरपुर व केशोद के मूल्यांकन केन्द्र पर उत्तर पुस्तिकाएं पहुंचाने निकले।
मंगलवार मध्यरात्रि बाद करीब 3 बजे विरपुर पहुंचने के बाद मूल्यांकन केन्द्र पर उत्तर पुस्तिकाएं सौंपने के बजाय सीधे ही केशोद रवाना हो गए। इस दौरान विरपुर के समीप राजमार्ग पर उत्तर पुस्तिकाओं के 3 बंडल व 16 उत्तर पुस्तिकाएं लावारिस हालत में पड़ी मिली। किसी व्यक्ति ने देेखकर इस बारे में समीप के विद्यालय व डीईओ कार्यालय को सूचित किया। इसके साथ ही उत्तर पुस्तिकाओं का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।
डीईओ आर.एस. उपाध्याय के अनुसार बोर्ड की ओर से पाला केन्द्र से रवाना की गई विशेष मिनी बस में 400-400 उत्तर पुस्तिकाओं के 100 बंडल थे। इनमें से 96 बंडल सुरक्षित तौर पर मिनी बस में थे। 400-400 उत्तर पुस्तिकाओं के तीन बंडल व 16 खुली उत्तर पुस्तिकाएं विरपुर राजमार्ग पर लावारिस हालत में मिलीं। इनको कब्जे में लेकर विरपुर के मूल्यांकन केन्द्र पर पहुंचाया गया है।
उनके अनुसार इस प्रकरण की जांच के आदेश दिए गए हैं। इस बीच, बोर्ड के सचिव बी.आर. चौधरी भी गांधीनगर से मौके पर पहुंचे और जानकारी हासिल कर बोर्ड के चेयरमैन को रिपोर्ट भेजी है।