भुज. पंजाब के पठानकोट बेज डिपो में टैंक चीफ यूनिट में तैनात
भारतीय सेना का एक जवान पिछले दिनों सीमा पार से गोलीबारी में शहीद हो गया। कच्छ जिले की मांडवी तहसील के तलवाणा गांव निवासी शहीद का रविवार को ससम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
सूत्रों के अनुसार पिछली 8 जनवरी को ड्यूटी के दौरान यूनिट पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में भारतीय सेना के जवान हरदीपसिंह सहदेवसिंह झाला की आंख पर गोली लगी। उसे पठानकोट के सैनिक अस्पताल व वहां से चंडी
मंदिर कमांड अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां शनिवार को हरदेवसिंह ने अंतिम श्वास ली। सूचना मिलने पर तलवाणा गांव सहित कच्छ जिले में शोक व्याप्त हो गया।
28 को आने वाला था, चल रही थीं सगाई की तैयारियां
पठानकोट से अहमदाबाद व वहां से रविवार शाम को शव तलवाणा गांव पहुंचा। रविवार शाम को ससम्मान के साथ सैना के जवानों ने सलामी दी और हरदीपसिंह का अंतिम संस्कार किया गया। सामाजिक व शैक्षिक तौर पर पिछड़े वर्ग के कल्याण राज्यमंत्री वासण आहिर, पूर्व कुटीर उद्योग राज्यमंत्री ताराचंद छेड़ा, विधायक विरेंद्रसिंह जाडेजा, जिला कलक्टर आर. मोहन आदि ने पुष्पांजलि अर्पित की। तलवाणा गांव स्वयंभू बंद रहा। हरदीपसिंह आगामी 28 जनवरी को गांव आने वाला था, उसकी सगाई की तैयारियां भी चल रही थीं।
गौरतलब है कि पूर्व में भी भारतीय सेना में कार्यरत व कच्छ जिले की मुंंद्रा तहसील के झरपरा गांव निवासी युवक माणशी गढ़वी डद्मूटी के दौरान शहीद हो गया था। उसके बाद अब पंजाब के पठानकोट बेज डिपो में टैंक चीफ यूनिट में तैनात भारतीय सेना का एक जवान कच्छ जिले की मांडवी तहसील के तलवाणा गांव निवासी जवान हरदीपसिंह सहदेवसिंह झाला की आंख पर गोली लगी। उसे पठानकोट के सैनिक अस्पताल व वहां से चंडी मंदिर कमांड अस्पताल में भर्ती किया गया। वहां शनिवार को हरदेवसिंह ने अंतिम श्वास ली। कच्छ जिले के लोगों ने शहीद हरदीपसिंह के प्रति संवेदना व्यक्त की है।