वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि 150 वर्ष के बाद एशियाई शेर सुरेन्द्रनगर के इस इलाके में देखे गए हैं। इस घटना से सुरेन्द्रनगर के वनकर्मियों में आनंद पसरा हुआ है। उधर कई इसे मानव के साथ खतरा भी मानते हैं।
गत सात से आठ दशक पहले तक एशियाई शेरों के किसी भी हिस्से में शेरों की उपस्थिति का कोई रिकॉर्ड नहीं है। य
गत सात से आठ दशक पहले तक एशियाई शेरों के किसी भी हिस्से में शेरों की उपस्थिति का कोई रिकॉर्ड नहीं है। य
1800 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है गिर जंगल गिर जंगल 1800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। इसके तहत जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर का कुछ हिस्सा आता है। सौराष्ट्र का यह इलाका एशियाई शेरों के लिए एकमात्र शरणगाह स्थल है। वर्ष 2015 में शेरों की अंतिम गणना के मुताबिक 523 थी।
गिर जंगल के शेर सुरेन्द्रनगर के चोटीला इलाके में दिखे बढ़ रही है शेरों की संख्या एशियाई शेर सुरेन्द्रनगर के चोटीला तक पहुंच गए हैं जो काफी अच्छी बात है। इससे पता चलता है कि शेरों की संख्या बढ़ रही है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है।
डी टी वसावडा, मुख्य वन संरक्षक, जूनागढ़ वन्य जीव सर्कल