सूत्रों के अनुसार शहर के समीप भावनगर रोड स्थित ढेबचड़ा व महिका गांव के बीच बुधवार सवेरे एक श्वान एक मासूम बच्ची को खींचकर ले जा रहा था। वहां से निकल रहे लोगों ने देखा तो बच्ची को श्वान से छुड़वाया। सूचना मिलने पर आपातकालीन सेवा 108 की एंबुलेंस पहुंची और ईटीएम दिव्या बारोट व पायलट जयपालसिंह परमार ने मासूम बच्ची को साफ किया। बच्ची को श्वास लेने में परेशानी होनेके चलते उसका प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद उसे राजकोट के सिविल अस्पताल परिसर में स्थित के.टी. चिल्ड्रन अस्पताल में भर्ती कराया।
सूचना मिलने पर राजकोट तहसील थाने की टीम अस्पताल पहुंची। प्रारंभिक जांच के दौरान बच्ची की पीठ पर व शरीर के अन्य भागों पर क्रूरतापूर्वक छुरे से असंख्य वार करने का खुलासा हुआ। बच्ची के शरीर पर छुरे के वार के जख्म देखकर पुलिस टीम चौंक गई। बच्ची मात्र चार दिन पहले जन्मी बताई जा रही है। फिलहाल तहसील थाने की टीम ने बच्ची की पहचान के लिए ढेबचड़ा व महिका गांवों के ग्रामीणों से पूछताछ शुरू की है।