Ahmedabad news: कहीं बीमार ना करें दे विद्यार्थियों को
सरसपुर में मनपा स्कूल के आसपास जमा दूषित पानी- कूड़ा
Ahmedabad news: कहीं बीमार ना करें दे विद्यार्थियों को
अहमदाबाद. शहर के सरसपुर में एक सप्ताह पूर्व ही देश की दूसरी सबसे बड़ी रथयात्रा निकाली गई थी। भगवान जगन्नाथ के स्वागत को कालूपुर ब्रिज से लेकर सरसपुर भगवान की ननिहाल तक सड़क पर रंगरोगन और फुटपाथ पर रंगरोगन किया गया था। सड़कों की मरम्मत की गई थी और साफ-सफाई की गई। रंगबिरंगी रोशनी से सजाया गया था, लेकिन सरसपुर का एक ऐसा हिस्सा है, जो साफ-सफाई से अभी भी अछूता है। मीठापानी दरवाजा के निकट महानगरपालिका की स्कूल जहां हररोज चार सौ से पांच सौ विद्यार्थी पढ़ते हैं, लेकिन स्कूल के आसपास की हालात देख ऐसा लगता है कि कहीं विद्यार्थी बीमार ना हो जाएं। स्कूल के आसपास कई माह से ना सिर्फ उफान मारता सीवरेज का पानी जमा है बल्कि उससे दीवार के आसपास लोग कूड़ा-करकट और खाद्य पदार्थ फेंक कर रहे हैं जबकि बगल में कूड़ादान रखा है, लेकिन आसपास के लोग कूड़ा बाहर ही उड़ेलकर चले जाते हैं। वहीं बारिश में वोरा का रोजा के निकट कमर तक पानी जमा हो जाता है, जो चार से पांच घंटों तक जमा रहता है। इसके चलते सैफी सोसायटी और उसके आसपास बस्ती वाले घरों बंद होकर रह जाते हैं। शारदाबेन अस्पताल नजदीक होने से मरीजों को भी आवाजाही में खासी परेशानी होती है। वहीं कई ऐसी भी चालियां और फ्लेट हैं, जिनकी हालत बदतर है। जहां कई चालियों में पत्थर नहीं लगाए गए हैं। वहीं हरिभाई गोदाणी सर्कल से एवरेस्ट सिनेमा जानेवाले मार्ग पर बारिश की पानी जमा हो जाती है। सरसपुर में शांडिल्य फ्लेट में पानी की किल्लत है। जहां ज्यादातर रास्तों पर पक्की और आरसीसी की सड़कें बन रही है वहीं यहां पर अभी भी कच्चा रास्ता है। इसके चलते बारिश में पानी भर जाने से कीचड़ हो जाता है। शारदाबेन अस्पताल से मिलन सिनेमा जाने वाले मार्ग पर संकरी गलियां हैं, जहां मूलचंद की चाली, मंगल प्रभात की चाली समेत कई चालियां हैं। इन चालियों की गलियों में जगह-जगह गंदगी के ढेर हैं। नियमित तौर पर साफ-सफाई नहीं होती।
स्कूल के आसपास साफ-सफाई कराएंगे
मनपा स्कूल बोर्ड के अध्यक्ष धीरेन्द्रसिंह तोमर ने कहा कि फिलहाल स्कूल के आसपास सीवरेज उफान और कूड़ा फेंकने जानकारी नहीं मिली हैं। फिर भी उसकी जांच कराकर महानगरपालिका के उच्च अधिकारी से बातचीत करेंगे और वहां साफ-सफाई कराई जाएगी।