वडोदरा जिले की सावली तहसील के वसनपु गांव में मृत पाए गए 25 कौवों में से 5 के नमूने जांच के लिए भोपाल स्थित प्रयोगशाला में भेजे गए थे। इनमें से 3 कौओं की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
राज्य में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) का पहला मामला गत 8 जनवरी को सामने आया जब सौराष्ट्र के जूनागढ़ जिले में दो पक्षियों में नमूनों की जांच में उनके बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद सूरत जिले के बारडोली में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।
उधर राज्य सरकार ने कहा है कि बर्ड फ्लू से निपटने के लिए गुजरात पूरी तरह से तैयार है। गुजरात में पिछले कई दिनों से अलग-अलग जिलों में पक्षियों की मौत की घटनाएं सामने आ रही हैं। जूनागढ़ के बांटवा गांव में अलग-अलग 53 पक्षियों की मौत हो गई, जिनके सैम्पल भोपाल भेजे गए थे। वहीं राज्य के अन्य जिलों सूरत, वडोदरा, तापी, कच्छ, नर्मदा, वलसाड और मेहसाणा जिले में भी पक्षियों की मौत होने से उनके सैम्पल भोपाल भेजे गए थे। इनकी रिपोर्ट के मुताबिक जूनागढ़, सूरत, वलसाड और वडोदरा में मृत पक्षियों में एवीएन एन्फ्लुएंजा (एच5एन8) नजर आने के बाद सतर्कता बरती जा रही है।