भाजपा ने की मतदान बूथ बढ़ाने सहित 23 मांगे भाजपा की ओर से पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष गोरधन झड़फिया और लीगल सेल के संयोजक परिंदु भगत की अगुवाई में पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग की टीम के समक्ष मांगें रखीं। भाजपा ने मतदान बढ़ाने का कारण यह बताया कि ईवीएम के साथ वीवीपैट लागू करने के चलते लगने वाले समय को देखते हुए मतदान के प्रतिशत में वृद्धि हो सके और सभी को पर्याप्त समय भी मिल सके। भाजपा का कहना है कि वीवीपैट के चलते प्रति मतदाता को मतदान करने में करीब 2 मिनट का समय लगता है। यदि 70 फीसदी मतदान की बात देखी जाए तब भी सुबह 7 से शाम छह बजे तक 11 घंटे भी पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है। एक बूथ पर 1400 मतदाता होते हैं। पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची में बदलाव करने और उनके रहने, खाने-पीने के खर्च को पार्टी के खाते में ही जोडऩे की मांग की। इसे उम्मीदवार के खर्च में नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
भाजपा ने एक ही बिल्डिंग, सोसायटी, फ्लैट के लोगों के लिए एक ही मतदान केन्द्र सुनिश्चित करने की भी मांग की। पार्टी की ओर से यह भी मांग की गई कि चुनाव के दौरान आयोग की टीमें किसी भी व्यक्ति को रोककर तलाशी लेती है और ऐसा नहीं होना चाहिए। टीमें उसी व्यक्ति को रोके जिसके किसी उम्मीदवार या फिर पार्टी से जुड़े होने की आशंका हो। महिलाओं को महिला कर्मचारियों की उपस्थिति में ही रोका जाए। इसके अलावा लोगों से जब्त की जाने वाली नकदी, सामग्री या अन्य वस्तुओं के संबंध में योग्य जवाब पेश करने के लिए समयबद्ध मौका दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस की मतदाता सूची में दोहराव हटाने समेत आठ मांग
भाजपा ने एक ही बिल्डिंग, सोसायटी, फ्लैट के लोगों के लिए एक ही मतदान केन्द्र सुनिश्चित करने की भी मांग की। पार्टी की ओर से यह भी मांग की गई कि चुनाव के दौरान आयोग की टीमें किसी भी व्यक्ति को रोककर तलाशी लेती है और ऐसा नहीं होना चाहिए। टीमें उसी व्यक्ति को रोके जिसके किसी उम्मीदवार या फिर पार्टी से जुड़े होने की आशंका हो। महिलाओं को महिला कर्मचारियों की उपस्थिति में ही रोका जाए। इसके अलावा लोगों से जब्त की जाने वाली नकदी, सामग्री या अन्य वस्तुओं के संबंध में योग्य जवाब पेश करने के लिए समयबद्ध मौका दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस की मतदाता सूची में दोहराव हटाने समेत आठ मांग
गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर सोमवार को आयोजित चुनाव आयोग की बैठक में कांग्रेस की ओर से आठ मांगें की गईं। इसमें ईवीएम वैज्ञानिक पद्धति से जांच किए जाने के भी सुझाव दिए गए हैं।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल में बाबूलाल पटेल, दीपक बाबरिया और मेहुल पटेल की ओर से कहा गया कि गरीब और मध्यमवर्ग बाहुल्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए समान दूरी पर बूथ तैयार किया जाए। मतदान सूची में कई दोहरे नाम की परेशानी से निजात देने के लिए विशेष एप बनाने की जरूरत बताई। जिले के आधार पर दोहरे नाम वाले मतदाताओं की सूची तैयार की जानी चाहिए।
कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि आमतौर पर राज्य में चुनाव दो चरणों में होते हैं। उत्तर गुजरात और अहमदाबाद में मतदान एक चरण में होना चाहिए वहीं सूरत-सौराष्ट्र की मतदान की तारीख एक होनी चाहिए। बूथ ऐसी जगह होनी चाहिए जहां बूथ के 100 मीटर तक की जगह में लोग एकत्र न हो सकें। मतदान के बाद स्लीप पांच सेकेण्ड तक दिखाई देती है, इसके बदले स्लीप को मतदाता के हाथ में दिया जाए ताकि वह इसे ठीक से इसे देखे।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल में बाबूलाल पटेल, दीपक बाबरिया और मेहुल पटेल की ओर से कहा गया कि गरीब और मध्यमवर्ग बाहुल्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए समान दूरी पर बूथ तैयार किया जाए। मतदान सूची में कई दोहरे नाम की परेशानी से निजात देने के लिए विशेष एप बनाने की जरूरत बताई। जिले के आधार पर दोहरे नाम वाले मतदाताओं की सूची तैयार की जानी चाहिए।
कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि आमतौर पर राज्य में चुनाव दो चरणों में होते हैं। उत्तर गुजरात और अहमदाबाद में मतदान एक चरण में होना चाहिए वहीं सूरत-सौराष्ट्र की मतदान की तारीख एक होनी चाहिए। बूथ ऐसी जगह होनी चाहिए जहां बूथ के 100 मीटर तक की जगह में लोग एकत्र न हो सकें। मतदान के बाद स्लीप पांच सेकेण्ड तक दिखाई देती है, इसके बदले स्लीप को मतदाता के हाथ में दिया जाए ताकि वह इसे ठीक से इसे देखे।
चुनावी तैयारियों की समीक्षा की चुनाव आयोग की टीम ने गुजरात विधानसभा चुनाव की तैयारियोंं की भी समीक्षा की। पिछले दस दिनों के भीतर चुनाव आयोग की टीम सोमवार को दूसरी बार गुजरात दौरे पर पहुंची। इस टीम ने गांधीनगर के एक निजी होटल में राजनीतिक दलों से बैठक की।
जिला कलक्टरों, एसपी के साथ बैठक इससे पहले आयोग की टीम ने अहमदाबाद में जिला कलक्टरों सह जिला चुनाव अधिकारियों, पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ भी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा की। इसमें ईवीएम, मतदान केन्द्रों पर सुविधाएं, मतदाता सूची, संवेदनशील बूथ, ट्रांसपोर्ट, कर्मचारियों, कानून-व्यवस्था, सुरक्षा समेत मुद्दों पर चर्चा की गई।
इस बैठक में आयकर, आबकारी, भारतीय रिजर्व बैक, राजस्व विभाग, रेलवे सुरक्षा बल, डाक विभाग, नागरिक उड्डयन एवं सुरक्षा ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय समेत विभागों के प्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा की गई। बैठक में गृह, शिक्षा, बिजली, दूरसंचार, सडक़ परिवहन एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग, राजस्व विभाग के सचिवों समेत वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
इस बैठक में आयकर, आबकारी, भारतीय रिजर्व बैक, राजस्व विभाग, रेलवे सुरक्षा बल, डाक विभाग, नागरिक उड्डयन एवं सुरक्षा ब्यूरो, प्रवर्तन निदेशालय समेत विभागों के प्रतिनिधियों के साथ भी चर्चा की गई। बैठक में गृह, शिक्षा, बिजली, दूरसंचार, सडक़ परिवहन एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग, राजस्व विभाग के सचिवों समेत वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।