13 वर्ष पूर्व घर से निकले यूपी के युवक का मानसिक अस्पताल में हुआ परिवार से मिलन
अस्पताल कर्मियों के भावनात्मक रूख से युवक बता सका था घर का पता

अहमदाबाद. 17 वर्ष की आयु में किसी को बताए बिना घर से निकला एक युवक आखिर 13 वर्ष बाद अपने परिवार के बीच पहुंच गया। दरअसल यूपी का यह युवक मानसिक रूप से बीमार था। अहमदाबाद की सड़कों पर घूमते हुए इस युवक को पुलिस ने गत दिसम्बर माह में मानसिक अस्पताल में भर्ती करवाया था।
अहमदाबाद के मानसिक अस्पताल में गत वर्ष 21 दिसम्बर को माधोपुरा पुलिस एक युवक को लेकर पहुंची। मानसिक रूप से बीमार होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती किया था। 30 वर्षीय इस युवक को उपचार के कारण मानसिक बीमारी से राहत मिलने लगी थी जिससे वह अस्पताल के कर्मचारियों से मिलने जुलने लगा। अस्पताल के सामाजिक विभाग के विजय सेनमा ने युवक से पूछताछ की। काफी प्रयासों के बाद युवक ने याद कर अपने घर का पता बताया। युवक का गांव उत्तरप्रदेश के कारवी चित्रकूट में है। पता बताते ही अस्पताल के सामाजिक विभागाध्यक्ष अर्पण नायक एवं विजय सेनमा ने पुलिस की मदद लेकर फोन से परिजनों का संपर्क कर लिया। इसके उत्तरप्रदेश से आए परिजन इस युवक को ले गए थे।
कहां-कहां भटका 13 वर्ष, नहीं बता पाया युवक
सामाजिक विभाग के अर्पणभाई ने बताया कि परिजनों के अनुसार यह युवक 17 वर्ष की आयु में घर से निकल गया था। उस दौरान से ही वह मानसिक रूप से बीमार था। 13 वर्ष तक यह युवक कहां-कहां भटका था इसे बताने में तो युवक भी असमर्थ है। लेकिन इस समय अन्तराल में परिजनों ने सभी संभावित जगहों पर ढूंढा था।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय चौहाण की अगुवाई में डॉ. केविन पटेल, डॉ. चिराग पटेल के अलावा अस्पताल के अन्य कर्मचारी जयसुखभाई एवं नीताबेन की भी युवक के मिलन में अहम भूमिका रही।
अब पाइए अपने शहर ( Ahmedabad News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज