इन टॉपर्स ने कहा कि प्लानिंग के साथ खुद पर आत्मविश्वास रखते हुए समझ आए उतनी देर और तथ्य को समझते हुए पढ़ाई करने से सीए में सफलता पाना संभव है। इन तीनों ही टॉपर्स में प्राप्ती पंचोली ने देश में १३वीं रैंक, अहमदाबाद में पहली रैंक पाई है, जबकि किशन मेर ने देश में 29वीं, अहमदाबाद में दूसरी तथा कल्याणी मेहता ने देश में ३१वीं और अहमदाबाद में तीसरी रैंक पाई है।
आईसीएआई अहमदाबाद चेप्टर के अध्यक्ष चिंतन पटेल व अन्य पदाधिकारियों की ओर से गुरुवार को इन टॉपर्स को संस्थान में सम्मानित किया गया। तीनों विद्यार्थियों ने 12वीं तक गुजराती माध्यम में पढ़ाई की ।
आत्मविश्वास जरूरी: प्राप्ती
सीए फाइनल में ८०० में से ५२५ अंक पाकर देश में 13वां और अहमदाबाद में पहला स्थान पाने वाली प्राप्ती पंचोली अपने सफलता मंत्र के बारे में बताती हैं कि खुद पर आत्मविश्वास रखते हुए बीते 6-7 महीने मन लगाकर दिन-रात पढ़ाई की। सीए का कोर्स काफी बड़ा होने से पूरा कवर करना कठिन होता है, जिससे संस्थान के स्टडी मटीरियल (अध्ययन सामग्री) से ही तैयारी करनी चाहिए। जन्म से पहले ही पिता भावेश की छत्रछाया गंवाने वाली प्राप्ती को पढ़ाने में उनकी मां ऊषाबेन ने काफी संघर्ष किया। परिवार में कोई सीए नहीं है। 12वीं करने के बाद मित्रों के जरिए प्राप्ती को सीए के बारे में पता चला। इसके बाद तैयारी शुरू की। आईपीसीसी और सीपीटी में रैंकिंग नहीं आ पाई।
जितना भी पढ़ो समझकर: किशन
अमरेली जिले की बगसरा तहसील निवासी किशन मेर ने ८०० में से ५०० अंक पाकर देश में २९वां और अहमदाबाद में दूसरा स्थान पाया। वह अपनी सफलता के मंत्र के बारे में कहते हैं कि जितना भी पढ़ो समझकर। सीए फाइनल के लिए उन्होंने दिन में 14 से 15 घंटे तक पढ़ाई की। बीते तीन से चार सालों के पेपर हल किए, जिससे पता चला कि किन मुद्दों पर ज्यादा ध्यान रहता है। इसके बावजूद भी स्टडी मटीरियल में जो मुद्दे थे उन सभी मुद्दों को पढ़ा ताकि कोई भी प्रश्न पूछा जाए तो वह छूटे नहीं। उन्होंने खुद अपने हिसाब से अपनी नोट्स तैयार की। चचेरे भाई के जरिए सीए कोर्स के बारे में पता चला। पिता राजूभाई स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं, मां गृहिणी हंै। सोचना नहीं था रैंकिंग आएगी,लेकिन पहली ही बार में सीए फाइनल पास करने की जरूर ठानी थी। वह पूरा हुआ।
टाइम मैनेजमेंट, प्लानिंग है अहम: कल्याणी
सीए फाइनल में ८०० में से ४९८ अंक पाकर देश में ३१वां और अहमदाबाद में तीसरा स्थान पाने वालीं कल्याणी मेहता बताती हैं कि सफलता के लिए जरूरी है कि प्लानिंग के साथ टाइम मैनेजमेंट को ध्यान में रखते हुए पढ़ाई की जाए। सीए बनने के प्रति पेशन रखते हुए पढ़ाई करो। वह दिन में 12-13 घंटे पढ़ाई करती थीं। चार महीने सिर्फ सीए फाइनल की तैयारी को लक्ष्य में रखते हुए दिन-रात पढ़ाई की।
आईपीसीसी में भी देश में २०वीं रैंक पा चुकी हैं। पिता निमेषकुमार एकाउंटेंट हैं। वह आगे चलकर फिलहाल कोर्पोरेट कंपनी में जॉब करना चाहती हैं। कल्याणी ने जून-17 में कंपनी सेक्रेटरी की एक्जीक्यूटिव परीक्षा को भी अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करते हुए देश में 15वीं रैंक पाई है। आठवीं से ही सीए बनने की ठानी थी। लॉ में रुचि होने से सीएस की भी साथ में तैयारी शुरू की। अगला लक्ष्य सीएस है।
सीपीटी में अहमदाबाद का परिणाम ५२.७० प्रतिशत
आईसीएआई अहमदाबाद के अध्यक्ष चिंतन पटेल ने बताया कि सीपीटी का परिणाम भी बुधवार को घोषित कर दिया गया। देश में सीपीटी की परीक्षा देने वाले ६०५८६ विद्यार्थियों में से ३८.०२ प्रतिशत यानि २३०३४ उत्तीर्ण हुए हैं। जबकि अहमदाबाद केन्द्र का परिणाम ५२.७० प्रतिशत रहा। १६११ विद्यार्थियों ने दिसंबर में सीपीटी की परीक्षा दी थी, जिसमें से ८४९ यानि ५२.७० प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
आईसीएआई अहमदाबाद के अध्यक्ष चिंतन पटेल ने बताया कि सीपीटी का परिणाम भी बुधवार को घोषित कर दिया गया। देश में सीपीटी की परीक्षा देने वाले ६०५८६ विद्यार्थियों में से ३८.०२ प्रतिशत यानि २३०३४ उत्तीर्ण हुए हैं। जबकि अहमदाबाद केन्द्र का परिणाम ५२.७० प्रतिशत रहा। १६११ विद्यार्थियों ने दिसंबर में सीपीटी की परीक्षा दी थी, जिसमें से ८४९ यानि ५२.७० प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।
जून-२०१७ की तुलना में अहमदाबाद का सीपीटी का परिणाम २.५४ प्रतिशत कम है, लेकिन दिसंबर २०१६ की तुलना में ९.१३ प्रतिशत की गिरावट हुई है। संस्थान से कोचिंग पाने वाले ६७ में से ३२ यानि ४७.७६ प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।