केशूभाई पटेल का जन्म 24 जुलाई, 1928 को जूनागढ़ के विसावदर में हुआ था। वे सिर्फ 17 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हो गए थे। उन्होंने भारतीय जनसंघ से राजनीति की शुरुआत की थी। वर्ष 1977 में वे पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए थे। बाद में 1977 से 1980 तक राज्य के कृषि मंत्री के तौर पर और वर्ष 1990 में नर्मदा, जल सम्पदा, परिवहन और बंदरगाह मंत्री के तौर पर भी उन्होंने सेवाएं दीं।
उन्होंने वर्ष 1979 में मोरबी में मच्छूू आपदा में बेहतर कार्य में किया। केशुभाई पटेल 1978 से 1995 तक कालावाड, गोंडल और विसावदर विधानसभा क्षेत्र में विधायक चुन गए। वर्ष 198० में केशूभाई पटेल भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य बने। वर्ष 1995 में पहली बार उनके नेतृत्व में राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी और उन्होंने राज्य के 10वें मुख्यमंत्री के तौर पर सेवाएं दी थीं। वर्ष 1998 में केशूभाई दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने राज्य के किसानों, गांवों के विकास और गुजरत के सर्वांगी विकास की कई योजनाएं और कार्यक्रम किए थे।
वर्ष 2001 में भूकंप के बाद गुजरात और विशेषतौर पर कच्छ को फिर से पटरी पर लाने में बेहतर और प्रशंसनीय कार्य किया था। वे वर्ष 2002 में राज्यसभा सांसद चुने गए। केशूभाई पटेल मौजूदा समय में श्री सोमनाथ ट्रस्ट के चेयरमैन के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। उन्होंने राजनीति और सामाजिक क्षेत्र के प्रत्येक चरण में जनसेवा को प्राथमिकता दीं। उनका राजनीतिक कैरियर गुजरातभर के लिए गौरवपूर्ण रहा। उनकी बिदाई से अपूर्णीय क्षति हुई है। केशूभाई के निधन पर राज्य मंत्रिमंडल, गुजरात की जनता और सरकार गहरा दुख और शोक व्यक्त करती है। इस बैठक में मंत्रिमंडल ने केशूभाई पटेल की आत्मा को शांति देने के लिए दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत को श्रद्धांजलि दी।