आतंकवाद, नर्मदा योजना, महंगाई, बेरोजगारी रहे मुद्दे मोदी का भाषण कांग्रेस पर प्रहार को लेकर रहा। इसमें नर्मदा योजना, आतंकवाद, तुष्टिकरण के साथ-साथ केन्द्र व राज्यसरकार की योजनाएं, डबल इंजन सरकार जैसे मुद्दे शामिल रहे। वहीं शाह व योगी ने भी अपने भाषण आतंकवाद व कांग्रेस को कोसने के इर्द-गिर्द रखे।
कांग्रेस नेताओं ने अपने संबोधनों में महंगाई, बेरोजगारी, मोरबी ब्रिज हादसा, कोरोना महामारी, मुख्यमंत्री व पूरी कैबिनेट को बदलने के मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। वहीं राहुल गांधी के 8 वचन के साथ जनता के बीच अपने वादे दोहराए।
आम आदमी पार्टी ने फ्री बिजली, मुफ्त शिक्षा, रोजगार सहित कई गारंटी योजनाओं को जनता के समक्ष बार-बार रखा।
कांग्रेस नेताओं ने अपने संबोधनों में महंगाई, बेरोजगारी, मोरबी ब्रिज हादसा, कोरोना महामारी, मुख्यमंत्री व पूरी कैबिनेट को बदलने के मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधा। वहीं राहुल गांधी के 8 वचन के साथ जनता के बीच अपने वादे दोहराए।
आम आदमी पार्टी ने फ्री बिजली, मुफ्त शिक्षा, रोजगार सहित कई गारंटी योजनाओं को जनता के समक्ष बार-बार रखा।
मोदी ने सबसे ज्यादा 15 सभाएं की, राहुल ने 2 इस चरण के लिए भाजपा की ओर से सबसे ज्यादा चुनाव प्रचार किया गया। इनमें प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे ज्यादा 15 चुनावी सभाएं व रोड शो किया। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 13 और योगी ने एक दर्जन सभाएं कीं। भाजपा ने केन्द्र व राज्य स्तर के करीब 40 नेताओं व मंत्रियों की फौज उतारी।
वहीं कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने 2 सभाएं कीं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चार चुनावी सभा को संबोधित किया। हालांकि भाजपा नेताओं के मुकाबले कांग्रेस के नेताओं की गिनी चुनी सभाएं हुईं।
वहीं कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने 2 सभाएं कीं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चार चुनावी सभा को संबोधित किया। हालांकि भाजपा नेताओं के मुकाबले कांग्रेस के नेताओं की गिनी चुनी सभाएं हुईं।
केजरीवाल ने सबसे ज्यादा 13 रोड शो किए भाजपा व कांग्रेस के मुकाबले आम आदमी पार्टी की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले चरण के दोनों इलाकों में 19 सभाएं, रोड शो व बैठकें कीं। उन्होंने सबसे ज्यादा 13 रोड शो किए जबकि 4 सभाएं आयोजित की। केजरीवाल ने दो बैठकों में भी हिस्सा लिया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी साथ जनसभाएं व रोड शो किए।
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ये प्रमुख चेहरे चुनावी मैदान में:: भूपेन्द्र पटेल सरकार के 10 मंत्री, रूपाणी सरकार के 5 पहले चरण में भाजपा की ओर से मुख्य रूप से भूपेन्द्र पटेल सरकार के 10 मंत्री व रूपाणी सरकार के 5 मंत्री चुनाव मैदान में हैं। इनमें मुख्य रूप से राघवजी पटेल, जीतू वाघाणी, जीतू चौधरी, हर्ष संघवी, पूर्णेश मोदी शामिल हैं।
कांग्रेस के धानाणी-मोढ़वाडिया मैदान में कांग्रेस की ओर से पूर्व नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढ़वाडिया के साथ-साथ कांग्रेस के 3 कार्यकारी अध्यक्ष ललित कगथरा, ऋत्विक मकवाणा, अमरीश डेर व मोहम्मद जावेद पीरजादा तथा पूर्व विधायक इंद्रनील राज्यगुरु भी चुनावी समर में हैं।
आप के सभी प्रमुख नेता इसी चरण में आम आदमी पार्टी के सभी प्रमुख चेहर इसी चरण में मुकाबले में हैं। इनमें सीएम कैंडिडेट इसुदान गढ़वी, प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया व अल्पेश कथीरिया शामिल हैं। उधर बीटीपी से छोटू वसावा भी आठवीं बार विधायक बनने के लिए इस बार डेडियापाडा सीट से कड़े मुकाबले में हैं।