एसीबी के अनुसार एस के लांगा की एक अप्रेल 2008 से 30 सितंबर 2019 तक की आय व उनकी ओर से संपत्तियों में किए गए निवेश, खर्च की जांच की गई। इसमें सामने आया कि इस अवधि में लांगा की वैधानिक आय पांच करोड़ 87 लाख 56 हजार 939 रुपए होती है। इस समयावधि में उन्होंने 17 करोड़ 59 लाख 74 हजार 682 रुपए का खर्च एवं चल अचल संपत्तियों में निवेश किया। जांच में सामने आया कि उन्होंने अपने आईएएस अधिकारी होने के नाते उन्हें मिले पद और अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए कथित रूप से भ्रष्टाचार करते हुए काफी संपत्ति जुटाई। लांगा की ओर से इस समयावधि के दौरान उनकी आय से 11 करोड़ 64 लाख 28 हजार रुपए ज्यादा का निवेश किया, जो उनकी कुल वैधानिक आय की तुलना में 198 फीसदी से भी ज्यादा है।
ज्ञात हो कि वर्ष 2018-19 में गांधीनगर के तत्कालीन कलक्टर रहते हुए अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए सरकार को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाने और करोड़ों की संपत्ति जुटाने का मामला दर्ज है। जुलाई 2023 में एस के लांगा को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।