पूछताछ में खुले राज
इसी दौरान फार्म के समीप रेखा मकवाणा (25) और मनीषा रेलिया (40) की संदिग्ध गतिविधियों को देख पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की। महिलाओं की तलाशी में रेखा के पास से 2000 रुपए के 33 बंडल मिले। वहीं दूसरी आरोपी महिला मनीषा के पर्स से दो हजार रुपए के 22 बंडल मिले। एक ही सीरीज के कुल 379 नोट कलर प्रिंटर से प्रिंट निकाले गए थे। पुलिस ने सभी नकली नोट कब्जे कर लिए। भावनगर एसओजी ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की तो कई दूसरी जानकारी भी हासिल हुई। प्राथमिक पूछताछ में पता चला कि बोटाद की महिला मनीषा रेलिया नकली नोट देने भावनगर आई थी। 7.58 लाख रुपए के नकली नोट को बाजार में चलाने के बदले में उसे 2.50 लाख रुपए चुकाने की बात हुई थी। इसमें पहले 250 जाली नोट को बाजार में चलाने और बाद में बाकी नोट चलाने की बात तय हुई थी।
महिला को मान रहे माटर माइंड
देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए इस नकली नोट कारोबार में प्रथमद्रष्टया बोटाद की महिला मनीषा रेलिया को मास्टर माइंड माना जा रहा है। सभी नकली नोट कलर प्रिंटर में छापे गए थे। पुलिस इनके पीछे साथ देने वाले आरोपियों का पता लगा रही है। भावनगर एसओजी ने 2000 रुपए के कुल 379 नकली नोट, तीन मोबाइल फोन, स्कूटर, दो पर्स और 1480 रुपए जब्त किए। दोनों महिला आरोपियों के विरुद्ध भरतनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।