scriptगुजरात के 55 बांधों पर चली चादर, 16 छलकने के कगार पर | Chadar on 55 dams of Gujarat, 16 on the verge of spilling | Patrika News

गुजरात के 55 बांधों पर चली चादर, 16 छलकने के कगार पर

locationअहमदाबादPublished: Sep 22, 2021 11:01:42 pm

Submitted by:

MOHIT SHARMA

प्रमुख 206 बांधों में 76.79 फीसदी जल संग्रह, नर्मदा बांध भी करीब 57 फीसदी तक भरा

महिसागर जिले का कडाणा बांध जो बुधवार को 77.33 फीसदी भर गया।

महिसागर जिले का कडाणा बांध जो बुधवार को 77.33 फीसदी भर गया।

अहमदाबाद. गुजरात के प्रमुख 206 बांधों में बुधवार सुबह तक क्षमता की तुलना में 76.79 फीसदी से अधिक संग्रह हो चुका है। नर्मदा बांध समेत 207 बांधों में यह संग्रह 69.32 फीसदी है।
प्रदेश के 55 बांध 100 फीसदी भर गए हैं जबकि 16 भरने के कगार पर हैं। इन 16 बांधों में क्षमता का 99 फीसदी से अधिक संग्रह हो चुका है। राज्य के सबसे बड़े नर्मदा बांध में फिलहाल 56. 85 फीसदी जल संग्रह हो चुका है। राज्य में अब तक हो चुकी मौसम की करीब 77 फीसदी बारिश के कारण पिछले कुछ दिनों में बांधों में जमा पानी की स्थिति बेहतर होती जा रही है। प्रमुख 206 बांधों (नर्मदा को छोडक़र) में से 55 बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। 16 बांधों में 99.68 फीसदी से लेकर 99.99 फीसदी तक जल संग्रह हो चुका है।
90 फीसदी से लेकर 100 फीसदी तक संग्रह वाले कुल बांधों की संख्या 84 है इनमें से 83 को हाईअलर्ट घोषित किया गया है। इसके अलावा 80 फीसदी से अधिक और 90 फीसदी से कम संग्रह वाले नौ बांधों को अलर्ट और 13 बांधों में क्षमता की तुलना में 70 फीसदी से लेकर 80 फीसदी तक जल संग्रह हुआ है। इन बांधों के निचले इलाकों में रहने वालों को चेताया गया है। इन सभी (206) बांधों में जल संग्रह की कुल क्षमता 15784.40 मिलियन क्यूबिक मीटर(एमसीएम) है, जबकि मंगलवार सुबह तक 12120.16 एमसीएम जलसंग्रह हो चुका है, जो 76.79 फीसदी है।
नर्मदा बांध का जलस्तर 122.54 मीटर पर पंहुचा
राज्य के सरदार सरोवर (नर्मदा) बांध का जलस्तर 138.68 मीटर की तुलना में बुधवार सुबह तक 122.54 मीटर पर पहुंच गया है। बांध की कुल संग्रह क्षमता 9460 मिलियन एमसीएम है, जिसकी तुलना में अब तक कुल जल 5760 एमसीएम हो गया है। यह 56.85 फीसदी है। नर्मदा समेत 207 बांधों का जल संग्रह क्षमता की तुलना में 69.32 फीसदी है।
दक्षिण गुजरात के बांधों में 91 और सौराष्ट्र में 78 फीसदी संग्रह
प्रदेश के बांधों में से सबसे बेहतर स्थिति दक्षिण गुजरात रीजन की है। यहां के 13 बांधों में से तीन ओवरफ्लो स्थिति में हैं जबकि सभी बांधों में क्षमता के मुकाबले 91.29 फीसदी संग्रह हो चुका है। सौराष्ट्र रीजन के 141 बांधों में से 50 ओवरफ्लो हो गए हैं। सभी बांधों में औसतन जल संग्रह 78.28 फीसदी हो गया है। बांधों में जल संग्रह को लेकर सबसे खराब स्थिति कच्छ रीजन की है, जहां के 20 बांधों में क्षमता के मुकाबले मात्र 27.15 फीसदी ही जल संग्रह हो पाया है। मध्यगुजरात के 17 बांधों में 67.11 और उत्तर गुजरात के 15 बांधों में क्षमता के मुकाबले 30.30 फीसदी जल संग्रह हो पाया है।
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