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Morbi: मोरबी के ववाणिया में पर्यटन, स्वास्थ्य सुविधाओं का लोकार्पण

locationअहमदाबादPublished: May 17, 2022 11:10:37 pm

Submitted by:

Uday Kumar Patel

CM launched Tourism and medical related facility in Morbi-vavania

Morbi: मोरबी के ववाणिया में पर्यटन, स्वास्थ्य सुविधाओं का लोकार्पण

Morbi: मोरबी के ववाणिया में पर्यटन, स्वास्थ्य सुविधाओं का लोकार्पण

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार को मोरबी जिले के ववाणिया गांव में आहिर समाज की ओर से संचालित ‘मातृश्री रामबाई मां नी जग्या’ में पर्यटक सुविधा के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार किसी भी समाज के विकास के लिए उसके साथ खड़े रहकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ सूत्र को साकार करने को प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने ‘मातृश्री रामबाई मां नी जग्या’ में गुजरात पर्यटन निगम लिमिटेड की ओर से लगभग 3 करोड़ रुपए के खर्च से नवनिर्मित सत्संग हॉल, भोजनालय और रसोई घर का लोकार्पण किया। उन्होंने इस क्षेत्र के स्वास्थ्य कल्याण के लिए 2.48 करोड़ रुपए की लागत वाले विभिन्न पांच विकास कार्यों की भी भेंट नागरिकों को दी। इसमें नवनिर्मित ववाणिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 20 बिस्तरों वाले कोविड वॉर्ड, माळिया-मियाणा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में 250 लीटर प्रति मिनट (एलपीएम) क्षमता के प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन (पीएसए) संयंत्र और टंकारा सामूहिक स्वास्थ्य केंद्र में भी पीएसए संयंत्र तथा 50 बिस्तरों वाले कोविड वॉर्ड का ई-लोकार्पण किया।
पटेल ने मातृश्री रामबाई मां के सेवा कार्यों को याद करते हुए कहा कि मातृश्री ने दृढ़ता और वैराग्य के साथ निस्वार्थ भाव से समाज सेवा के कार्यों में जुडक़र संपूर्ण समाज को मार्गदर्शन दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे संत और सेवाव्रतियों की प्रेरणा से हरेक समाज विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है और सौराष्ट्र संतों, शूरवीरों और दाताओं की भूमि है।
मुख्यमंत्री ने सभी समाजों के विकास के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने को लेकर राज्य सरकार की तत्परता व्यक्त करते हुए विकास के मुख्य आधार के रूप में शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा की महत्ता पर प्रकाश डाला।
प्राकृतिक खेती का आह्वान हो सकेगा साकार

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस वर्ष 500 करोड़ रुपए के प्रावधान के साथ ‘मुख्यमंत्री गौमाता पोषण योजना’ की घोषणा की है। इस कारण गौशालाओं की गायें सुरक्षित रहेंगी। साथ ही प्राकृतिक कृषि-गाय आधारित रसायन मुक्त खेती की दिशा में आगे बढऩे का प्रधानमंत्री का आह्वान भी गुजरात में साकार हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गाय आधारित खेती के लिए प्रति देशी गाय हर महीने 900 रुपए रखरखाव खर्च देती है। वहीं, प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती बोर्ड का भी गठन किया है।
मुख्यमंत्री ने स्वस्थ मानव जीवन और आने वाली पीढ़ी की तंदुरुस्ती के साथ ही जमीन के स्वास्थ्य के भी सुधार के लिए रसायन युक्त खेती से मुक्त होकर प्राकृतिक खेती की ओर मुडऩे का सभी से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए लोगों व किसानों को समझाने से लेकर निदर्शन की व्यवस्था करने की राज्य सरकार की मंशा है।
पटेल ने ‘आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत’ का लक्ष्य हासिल करने का भी आह्वान किया।
उन्होंने ववाणिया में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आध्यात्मिक गुरु श्रीमद् राजचंद्र जी के जन्म स्थल ‘श्रीमद् राजचंद्र जन्म भुवन’ का दौरा किया।
इस अवसर पर श्रम, रोजगार एवं पंचायत राज्य मंत्री ब्रिजेश मेरजा, सांसद पूनम माडम व मोहन कुंडारिया, आहिर समाज के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री जवाहर चावड़ा, पूर्व मंत्री वासण आहिर सहित अन्य उपस्थित थे।
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