पढियराका गांव में चक्रवात ‘तौकतेÓ के चलते पैदा हुए हालात का जायजा लेने के बाद उन्होंने महुवा प्रांत अधिकारी कार्यालय में जिला प्रशासन के अधिकारियों और अग्रणियों के साथ समीक्षा बैठक कर समग्र स्थिति की गहराई से जानकारी हासिल की। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि चक्रवात प्रभावित महुवा सहित तटीय पट्टी की तहसीलों को युद्धस्तर पर फिर से खड़ा कर हालात को पूर्ववत करने राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान का प्रारंभिक अनुमान तैयार करने जिला तंत्र को मार्गदर्शन दिया।
बिजली-पानी आपूर्ति होगी बहाल मुख्यमंत्री ने चक्रवात के चलते प्रभावित बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की दिक्कतों का तत्काल निवारण कर आपूर्ति को समय सीमा में बहाल करने के निर्देश दिए। वहीं चक्रवात से खेती और बागवानी फसलों को नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे के आधार पर राज्य सरकार की ओर से किसानों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की जाएगी। इसके अलावा, चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित ऊना, जाफराबाद, राजुला और महुवा तहसीलों में तेजी से सर्वे कर घरेलू सामान, कैश डोल आदि का वितरण किया जा रहा है।
महुवा तहसील में प्याज का सर्वाधिक उत्पादन होता है, ऐसे में प्याज की बर्बादी को रोकने के लिए प्याज के डिहाइड्रेशन प्लांट में तत्काल बिजली आपूर्ति शुरू करने का उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज कुमार, शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मुकेश पुरी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे। बैठक में शिक्षा राज्य मंत्री विभावरीबेन दवे, जिला पंचायत अध्यक्ष भरतसिंह गोहिल, विधायक आरसी मकवाणा, नारणभाई काछडयि़ा, जिला तहसील पंचायत के पदाधिकारी, कलक्टर गौरांग मकवाणा, रेंज आईजी अशोककुमार यादव, जिला विकास अधिकारी वरुण बरनवाल, पुलिस अधीक्षक जयपालसिंह राठौर सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।