गुजरात पुलिस के इतिहास की यह सबसे बड़ी दीक्षांत परेड बताई जा रही है। इसमें २३०१ लोकरक्षक आठ महीने का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद पुलिस बेड़े में शामिल किए गए हैं। इसमें ७९५ महिला लोकरक्षक भी शामिल हैं। इन पुलिसकर्मियों की अहमदाबाद में चार जगहों-शाहीबाग पुलिस मुख्यालय, घोडा कैंप, गोमतीपुर पूर्व पुलिस मुख्यालय और खेडा जिले के नायका गांव-में प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई थी।
शहर के प्रभारी पुलिस आयुक्त मोहन झा ने कहा कि अहमदाबाद में एक साथ २३०१ लोकरक्षकों के पुलिस बेड़े में जुडऩे से शहर की सुरक्षा और भी ज्यादा मजबूत बनेगी। इतने लोकरक्षकों को प्रशिक्षित करना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे पुलिस ने पूरा भी किया। हर थाने में २५ से ३० एलआरडी की नियुक्ति की जाएगी, जिससे इलाके में सुरक्षा और मजबूत बनेगी। करीब एक हजार एलआरडी की नियुक्ति ट्रैफिक शाखा में की जाएगी।
गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव एम.एस.डागुर, डीजीपी शिवानंद झा सहित शहर पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।
शहर के प्रभारी पुलिस आयुक्त मोहन झा ने कहा कि अहमदाबाद में एक साथ २३०१ लोकरक्षकों के पुलिस बेड़े में जुडऩे से शहर की सुरक्षा और भी ज्यादा मजबूत बनेगी। इतने लोकरक्षकों को प्रशिक्षित करना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे पुलिस ने पूरा भी किया। हर थाने में २५ से ३० एलआरडी की नियुक्ति की जाएगी, जिससे इलाके में सुरक्षा और मजबूत बनेगी। करीब एक हजार एलआरडी की नियुक्ति ट्रैफिक शाखा में की जाएगी।
गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा, अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव एम.एस.डागुर, डीजीपी शिवानंद झा सहित शहर पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।