फिशिंग बोट में पांच मछुआरे सवार थे जो पोरबंदर से 45 नॉटिकल मील की दूरी पर थे। जहाज की तकनीकी टीम ने परिस्थिति देखते हुए फिशिंग बोट से पंप के मार्फत पानी निकाला और बाद में इसकी मरम्मत की। इसके बाद बोट को पोरबंदर तट पर लाने का निर्देश दिया गया।
इससे पहले भी कोस्ट गार्ड ने कई ऑपरेशन कर बीच समुद्र में मछुआरों के साथ-साथ बोट को डूबने से बचाया है।