गुजरात के किसानों को कर्जदार कह बदनाम करना बंद करे सरकार: डिप्टी सीएम
अहमदाबादPublished: Jul 11, 2019 11:54:35 pm
-हर वर्ष 95 फीसदी कर्ज का कर देते हैं भुगतान
गुजरात के किसानों को कर्जदार कह बदनाम करना बंद करे सरकार: डिप्टी सीएम
गांधीनगर. गुजरात में किसानों के कर्जमाफी के मुद्दे को लेकर गुरुवार को राज्य विधानसभा में हंगामा खड़ा हो गया। विपक्ष की ओर से गैर सरकारी विधेयक पेश करने के दौरान कांग्रेस के विधायक हर्षद रिबडिय़ा के बाद विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि गुजरात में हर वर्ष किसानों को करीब 45 हजार करोड़ का कर्ज दिया जाता है। इनमें से 95 फीसदी किसान कर्ज का भुगतान कर देते हैं।
आंकड़े देते हुए उन्होंने यह दावा किया कि राज्य के किसानों ने सहकारी व राष्ट्रीयकृत बैंकों से वर्ष 2014-15 में जो ऋण लिया था, उसमें से 89.60 फीसदी का भुगतान कर दिया। वर्ष 2015-16 में ९४.६५ फीसदी, वर्ष २०१७-१८ में 94.61 फीसदी तथा वर्ष 2018-19 में 95.70 फीसदी भुगतान कर दिया।
उन्होंने पूछा कि यूपीए सरकार ने 72 हजार करोड़ का किसानों का कर्ज माफ किया है। इसके बावजूद किसान कर्जदार क्यों बने? डिप्टी सीएम के मुताबिक किसानों के कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस राजनीति कर रही है। कांग्रेस को राज्य के किसानों को कर्जदार के रूप में बदनाम करना बंद करना चाहिए। कांग्रेस किसान विरोधी है। कांग्रेस को किसान विरोधी कहने पर कांग्रेस विधायक गुस्सा हो गए। इसके बाद हंगामा आरंभ हो गया।
कांग्रेस ने सदन में भाजपा के खिलाफ कई तरह के नारे लगाए। विपक्षी विधायकों की ओर से किसान विरोधी सरकार, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी.. किसानों का कर्ज माफ करो…वाले पोस्टर व बैनर के सदन में हंगामा खड़ा किया गया।
हंगामे के बीच पीठासीन अधिकारी ने कांग्रेस की ओर से पेश गैर सरकारी विधेयक को मत के लिए रखा। ध्वनि मत से यह विधेयक खारिज कर दिया गया।