कांग्रेस में टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं को मनाने का दौर
अहमदाबादPublished: Apr 05, 2019 10:27:54 pm
लोकसभा चुनाव
कांग्रेस में टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं को मनाने का दौर
अहमदाबाद. चाहे लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा, टिकट की आस में नेता लगे नेताओं को टिकट नहीं मिले तो उन्हें उनकी नाराजगी भी लाजमी लगती है। गुजरात में कई निराश नेता व उनके समर्थकों को अब कांग्रेस मनाने की जुगत में है।
रूठे नेताओं के क्रम में खेड़ा लोकसभा सीट पर भाजपा से कांग्रेस का दामन थामने वाले बिमल शाह को टिकट दिए जाने से कपड़वंज के विधायक काळूसिंह डाभी ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
वहीं बनासकांठा लोकसभा सीट से भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले परथी भटोळ को चुनाव में उतारा गया है। इसके चलते कई कांग्रेसी नेता और पूर्व विधायकों में बगावत के सुर उठे हैं।
पाटण में भी जगदीश ठाकोर को उतारने से कांग्रेस के कई नेताओं ने बगावत के सुर उठाए थे, लेकिन गुरुवार को नामांकन के अंतिम दिन जगदीश ठाकोर के सभा में काफी हद तक एकजुटता नजर आई।
पोरबंदर से कांग्रेस के प्रत्याशी ललित वसोया के खिलाफ बगावत के सुर उठे हैं। हालांंकि वसोया ने विश्वास जताया है कि जो लोग नाराज हैं उनको मना लेंगे। इसके अलावा राजकोट, जूनागढ़ सीटों पर भी विरोध के सुर उठे थे।
बातचीत से सुलझाएंगे समस्याएं
उधर, गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव ने भी स्वीकार किया कि दो-तीन संसदीय क्षेत्रों में कुछ दिक्कतें, लेकिन बातचीत के जरिए उन समस्याओं को सुलझा लिया जाएगा। जो लोग रूठे हैं उनको मना लिया जाएगा। प्रत्याशियों के नाम घोषित करने में होने वाले विलंब को लेकर उन्होंने बताया कि एक वर्ष तक प्रत्याशियों पर मंथन किया। इस बार ऐसे प्रत्याशी को उतारा गया है, जो चुनाव जीत सके। कांग्रेस को गुजरात से काफी अपेक्षाएं हैं।
दावा बेहतर परिणाम का! :
गुजरात कांग्रेस के प्रभारी राजीव सातव ने दावा कि चुनाव में हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे। गुजरात में आधे से ज्यादा सीटें हासिल करेंगे। लोकसभा चुनाव के नामांकन दाखिल होने के बाद अब गुजरात कांग्रेस के प्रभारी दस दिनों तक गुजरातभर का दौरा करेंगे। प्रत्येक सीट का बारीकी निरीक्षण करेंगे।