कर्नाटक से राज्यसभा सांसद सीतारमण ने कहा कि जब जीएसटी से जुड़े बिल को पारित किया गया तब कांग्रेस ने कहा कि भाजपा कांग्रेस का बिल पारित कर रही है। कांग्रेस इसका क्रेडिट लेना चाह रही थी और प्रधानमंत्री बार-बार विपक्ष को धन्यवाद दे रहे थे।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य रह चुकीं सीतारमण ने कहा कि जीएसटी काउंसिल का गठन किया गया और सभी राज्यों के वित्त मंत्री इसका हिस्सा हैैं। वित्त मंत्री भले ही इसके अध्यक्ष हैं, लेकिन सभी राज्य इसमें शामिल हैं और वे अपने मुद्दे उठाते हैं। यदि कोई अंसतुष्ट है तो एक संवेदनशील सरकार की तरह कई बदलाव किया जा रहा है। हमने इसे लोगों के लिए किया है।
देश की दूसरी महिला रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस संसद में हंगामा करने की राजनीति में लगी रही और लोग उन्हें हर राज्यों में नकार रही है। इसके बावजूद कांग्रेस यह नहीं जानती है कि उन्हें स्पष्ट बोलना चाहिए। कांग्रेस अच्छी पुलिस और खराब पुलिस दोनों बनना चाहती है। इसलिए उन्हें इस पर अपना रवैया लेना चाहिए।
‘कांग्रेस के डीएनए में है गुजरात विरोध’
निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस बार का गुजरात चुनाव अहम है क्योंकि इससे यहां विकास जारी रहेगा। राज्य की भाजपा सरकार ने केन्द्र की यूपीए सरकार से लगातार दस वर्ष तक विकास के लिए गुहार लगाई, लेकिन कांग्रेस सरकार ने गुजरात के विकास के मुद्दे पर पर्दा डालकर गुजरात के विकास को लगातार बाधित करने का प्रयास किया। कांग्रेस की केन्द्र सरकार हमेशा गुजरात विरोधी रही। विपक्ष के रूप में कांग्रेस के नेताओं ने भी इसका विरोध नहीं किया।
नर्मदा योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र में जब-जब गैर कांग्रेसी सरकार रही तब-तब नर्मदा योजना का काम आगे बढ़ा। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि गुजरात के प्रति इतनी नफरत क्यों है?