बालक दत्तक लेने की जटिल प्रक्रिया के कारण गिरोह पसंद
निसंतान दंपती को बालक दत्तक लेने के लिए कानूनी जटिल प्रक्रिया के कारण गिरोह पसंद है। बालक दत्तक लेने वाले निसंतान दंपती की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखा जाता है। इस कारण शैलेंद्र उर्फ शैलु आसानी से निसंतान दंपती से सौदा करता था। जानकारी के अनुसार शैलेंद्र ने एक वर्ष में तीन बालकों का सौदा किया था। डेढ़ वर्ष के एक बालक का सौदा करते समय रंगे हाथें पकड़ा गया। वडोदरा के दंपती को करीब 10 महीने पहले एक बालक बेचने का भी खुलासा हुआ है।
निसंतान दंपती को बालक दत्तक लेने के लिए कानूनी जटिल प्रक्रिया के कारण गिरोह पसंद है। बालक दत्तक लेने वाले निसंतान दंपती की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखा जाता है। इस कारण शैलेंद्र उर्फ शैलु आसानी से निसंतान दंपती से सौदा करता था। जानकारी के अनुसार शैलेंद्र ने एक वर्ष में तीन बालकों का सौदा किया था। डेढ़ वर्ष के एक बालक का सौदा करते समय रंगे हाथें पकड़ा गया। वडोदरा के दंपती को करीब 10 महीने पहले एक बालक बेचने का भी खुलासा हुआ है।