गुजरात सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए एक अप्रेल से राज्य में बाहर से आने वाले प्रत्येक नागरिक की आरपीटीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट होनी अनिवार्य की है। बावजूद इसके बोर्डर पर बराबर चेकिंग नहीं होने के चलते लोग गुजरात में प्रवेश कर रहे हैं। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। उसे देखते हुए डीजीपी ने राज्य के सभी सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे बोर्डर पर आरपीटीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट की सुनिश्चितता तय करें। उसके बाद ही लोगों को अंदर प्रवेश दिया जाए। इसके लिए बोर्डर पर चेक पोस्ट बनाकर बाहरी राज्य से आने वाले प्रत्येक वाहन और व्यक्ति की जांच की जाए।
डीजीपी के अनुसार कोरोना फ्रंट लाइन वर्कर ऐसे पुलिस कर्मचारियों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना का टीका लगवाया जा रहा है। उनके अनुसार राज्य में अब तक ९1 प्रतिशत पुलिस कर्मचारियों को कोरोना टीके का पहला डोज लग गया है। इसमें से भी ८० फीसदी ने टीके का दूसरा डोज भी लगवा लिया है। जो बाकी रह गए हैं उन्हें भी जल्द से जल्द कोरोना का टीका लगवाने के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
भाटिया ने कार्यवाही करने के साथ-साथ लोगों को मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकलने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने और बार-बार हाथों को सेनेटाइज करते रहने को लेकर जागरुक करने के लिए पुलिस कर्मचारियों को भी अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसके लिए विभिन्न व्यापारिक संगठन, सामाजिक संस्थाओं, अलग-अलग संगठनों की मदद लेने को कहा है। ऐसा कर लोगों को वैवाहिक समारोहों एवं अंतिम संस्कार में भी तय संख्या से ज्यादा भीड़ ना हो उसे सुनिश्चित करने को भी कहा है।
गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। अस्पतालों और विशेषकर कोरोना अस्पतालों में आगजनी की घटना ना हों उसे रोकने के लिए एवं आगजनी की घटना होने की स्थिति में उस पर जल्द काबू पाने के लिए फायरब्रिगेड, हॉस्पिटल प्रशासन के साथ मिलकर नियमित रूप से मॉकड्रिल आयोजित करने का भी निर्देश दिया है। इस दौरान भी एसओपी की पालना हो यह सुनिश्चित किया जाए।