Corona effect: रेल यात्रियों को दिया जाएगा डिस्पोजेबल टॉवल
अहमदाबाद. रेल यात्रियों को यात्रा के दौरान उच्च क्वालिटी की हाइजीन (स्वच्छता) और इन्फेक्शन से सुरक्षा प्रदान करने के लिए , भारतीय रेलवे ने यात्रियों को डिस्पोजेबल टॉवल का विकल्प उपलब्ध कराया है जो कि पारंपरिक टॉवेल्स से कई मायनों में बेहतर है। खास कर जब कोरोना जैसे खतरनाक वायरस के फैलने का खतरा हो। विश्व में कोरोना को लेकर खौफ का माहौल है क्योंकि ये वायरस संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं से भी फैलता है । ऐसे में रेलवे रियूसेबल एवं वॉशेबल टॉवेल्स की जगह डिस्पोजेबल टॉवल यात्रियों को दे कर एक यात्री सुरक्षा की दिशा में एक बहुत ही सराहनीय प्रयास कर रहा है ।
भारत के सबसे विश्वसनीय व विख्यात होम लिनन व टेक्सटाइल निर्माता कंपनी के वरिष्ठ रिसर्च अधिकारियों व इंजीनियर्स ने ये बताया कि ये डिस्पोजेबल टॉवल या नैपकिन विशेष प्रकार के सेल्यूलोज फाइबर व आधुनिक नॉनवोवन तकनीक से बनाये जाते है जिनमे सुरक्षा व हाइजीन के विश्व स्तरीय मानकों का इस्तेमाल किया जाता है।
रेलवे के लिए ये डिस्पोजेबल नैपकिन न केवल उच्च स्तर की स्वच्छता देता है बल्कि ये कई मायनों में कॉस्ट इफेक्टिव भी साबित हो रहा है। यात्री भी रेलवे की इस पहल को सराहनीय बताते हुए इसे एक समयोचित पहल बता रहे है । अधिकांश यात्रियों का कहना है कि वे रेलवे के पुराने पारंपरिक धुलने वाले पुन: उपयोगी नेपकिन /टॉवल का इस्तेमाल इसीलिए करने से डरते है कि शायद वो ठीक से धुला है भी की नही । उसकी तुलना में डिस्पोजेबल टॉवल इन्फेक्शन से सुरक्षा व फ्रेशनेस की गारंटी देता है । इसके अलावा ये टॉवल 100 फीसदी इको फ्रेंडली है।
आने वाली गर्मियों में पीक सीजन को देखते हुए यात्रियों की भीड़ और कोरोना वायरस के संक्रमण से रेलवे अपने यात्रियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार ओर प्रतिबद्ध है। डिस्पोजेबल व स्वछ टॉवल इसी दिशा में एक विश्वसनीय प्रयास है ।