जनवरी माह से कोरोना संक्रमण मामलों में लगातार इजाफा होने से धूमधाम से अपने बच्चों की शादी के सपने संजोने वाले अभिभावकों के चेहरों पर चिंता की लकीर खींच दी है। ऐसे में 22 जनवरी से शुरू हो रहे वैवाहिक सीजन के बावजूद शादी वाले घरों में पसोपेश का माहौल है। जिन घरों में शादी होनी है, वहां कइयों ने तो सभी मेहमानों को कार्ड बांटने के साथ ही फोन पर न्योता दे दिया है। पार्टी प्लॉट, रेस्टोरेन्ट और होटलों में भी बुकिंग की जा चुकी है। जिन अभिभावकों ने पहले शादी समारोहों बुलाने के लिए 400 मेहमानों के हिसाब से सूची बनाई थी, लेकिन अब कोरोना को लेकर सरकार की नई गाइडलाइन में सिर्फ 150 तक मेहमानों की अनुमति दी है। ऐसे में अब अभिभावकों ने मेहमानों की सूची छोटी करनी प्रारंभ कर दी है। वहीं प्रशासन के सामने भी शादी में लोगों की संख्या सीमित करना और कोविड गाइडलाइन की पालना करवाना चुनौती बन गया है। शादी समारोहों के लिए बकायदा रजिस्ट्रेशन कराना भी अनिवार्य किया गया है।
फंसे संशय में किसे बुलाएं, किसे नहीं?
निकोल में रहनेवाले प्रकाश रावल बताते हैं कि बेटे की शादी 5 फरवरी को तय है। शादी की तैयारियों को लेकर छह माह से तैयारियां चल रही थी। 400 मेहमानों के हिसाब से सूची बनाई थी, लेकिन अब मेहमानों और कैटरिंग के साथ 150 व्यक्तियों को सरकार ने गाइड लाइन बनाई है। ऐसे में मेहमानों को बुलाने को दुविधा हो रही है, किसे बुलाएं किसे नहीं? कार्ड भी बांटे चुके हैं। कैटरिंग और बैण्डबाजा वालों को बयाना दिया जा चुका है।
फोन कर मना करना पड़ रहा है
नवा नरोडा आर.के. सिंह ने बताया कि बेटी की शादी 23 जनवरी को होनी है अब तो पांच से छह दिन ही बकाया है। जहां पहले घर-घर कार्ड पहुंचाए थे, एक-एक मेहमान को फोन कर न्यौता दिया। अब कई मेहमानों को फोन कर मना करना पड़ रहा है। पार्टी प्लॉट और कैटेरिंग वाले चार्ज घटाने को राजी नहीं है। खर्च उतना ही पड़ रहा है. मेहमान भले कम हो गए।
टकराव हो रहा है अतिथियों से
अमराईवाडी में एक रेस्टोरेन्ट के संचालक राजेशसिंह ने बताया कि मेहमानों की कम होने से दिक्कत हो रही है। जिन लोगों ने बुकिंग कराई है उनसे मेहमानों की संख्या को लेकर टकराव भी हो रहा है। जिन बुकिंग कराने वालों ने 500 मेहमानों की सूची थी अब घटाकर 150 कर रहे हैं। सरकारी गाइडलाइन में समय घटाने से कारोबार को भी खासा नुकसान हो रहा है।