'कोरोना महामारी के हालात में खेलों में बढ़ सकता है भ्रष्टाचार'
Corona pandemic, curruption, games, sports, autonomy, covid, GNLU: जीएनएलयू में 'रिथिकिंग स्पोर्टस गवर्नन्स एंड ऑटोनोमी इन द पोस्ट कोविड- वल्र्डÓ पर परिसंवाद

गांधीनगर. खेल क्षेत्रों में कोविड-१९ ने नई परेशानियां नहीं बढ़ाई हैं बल्कि पहले की समस्याओं को हवा दी है। कई खेल समारोह, टूर्नामेन्ट रद्द हुए। इसके चलते खेलकूद संस्थाओं की स्पोन्सरशिप और अन्य आवक में काफी घटी है।
कोविड-१९ के चलते आगामी समय में भ्रष्टाचार बढ़ सकता है। गांधीनगर स्थित गुजरात नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में 'रिथिकिंग स्पोर्टस गवर्नन्स एंड ऑटोनोमी इन द पोस्ट कोविड- वल्र्डÓ विषय पर कनाडा की वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के विधि क्षेत्र के प्राध्यापक प्रोफेसर मेकलेरेन ने यह आशंका जताई। मेकलेरेन यूरोपियन बास्केटबॉल आर्बिटल ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
उन्होंने कहा कि खेलकूद संस्थाओं की आर्थिक स्थिति गड़बड़ाने से ऐसे हालात हो सकते हैं। वहीं स्थिति में खेलकूद संगठनों की प्रमाणिकता को बनाए रखने के लिए कोई भी ऑडिट या जांच करने भी आसान नहीं है। चाहे भ्रष्टाचार हो या फिर ऐसी प्रवृत्तियां आमजन के सामने नहीं आती। आमतौर पर खेलकूद संस्थाएं ऐसे भ्रष्टाचार को छिपाने में ही रुचि होती है। इसका मकसद खेल की प्रतिष्ठा बचाना होता है। जीएनएलयू के निदेशक एस. शांताकुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
अब पाइए अपने शहर ( Ahmedabad News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज