पहले चरण में 11 लाख स्वास्थयकर्मियों लगेगी वैक्सीन गुजरात में पहले चरण में 11 लाख से ज्यादा हेल्थ व फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन का डोज लगाया जाएगा। 16 जनवरी से गुजरात में भी कोरोना वैक्सीनेशन का अभियान प्रारंभ होगा। गुजरात में 16 हजार हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीनेटर के तौर पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। वैक्सीनेटर सेन्टर पर मुख्य तीन कक्ष की व्यवस्था की गई है, जिसमें प्रतिक्षा कक्ष, एक वैक्सीन रूम और एक ऑब्जर्वेशन रूम होगा। राज्य सरकार ने कोल्ड चैन ट्रांसपोर्टेशन की व्यवस्था की है। साथ ही वैक्सीन की व्यवस्था के लिए छह रिजनल डिपो तैयार किए हैं। देशभर में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन अभियान प्रारंभ होगा। ऐसे में वैक्सीनेशन के लिए गुजरात भी पूर्णत: तैयार है। गुजरात में डाटाबेज का कार्य हो चुका है। चार लाख से ज्यादा हेल्थकेयर वर्कर्स, छह लाख से ज्यादा फ्रंड लाइन वर्कर्स, जिसमें पुलिसकर्मी, सफाई कर्मचारी और कोविड ड्यूटी में प्रत्यक्षतौर पर ड्यूटी करनेवाले ऐसे 11 लाख कर्मचारियों को वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा।
गुजरात में घर-घर सर्वे का कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसमें 50 लाख से ज्यादा आयु के एक करोड पांच लोग हैं और 50 वर्ष से कम आयु के दो लाख 75 हजार लोग हैं, जो अन्य बीमारियों के शिकार हैं। उनका भी डाटाबेज तैयार हो चुका है।
ट्रायल रन में मिली सफलता गुजरात में ग्रामीण और शहरी इलाकों में छह स्थलों पर वैक्सीन ट्रायल अप भी किया गया। वैक्सीन सेन्टर पर भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी, जहां प्रतीक्षा कक्ष, वैक्सीन रूम और वैक्सीन लेने के बाद कुछ समय निगरानी में रखने के लिए ऑब्जर्वेशन रूम भी बनाया जाएगा।