scriptअब स्नातक नहीं, 10वीं, 12वीं के अंक और अनुभव के आधार पर प्रवेश देगा आईआईएम-ए | COVID-19, IIM Ahmedabad, shortlisting criteria,CAT 21, PGP batch 2022 | Patrika News

अब स्नातक नहीं, 10वीं, 12वीं के अंक और अनुभव के आधार पर प्रवेश देगा आईआईएम-ए

locationअहमदाबादPublished: Jan 20, 2022 09:32:08 pm

COVID-19, IIM Ahmedabad, shortlisting criteria, considering 10th, 12th marks, work experience, CAT 21, PGP batch 2022-24 कोरोना का असर, प्रबंध संस्थान ने प्रवेश नियम में बड़ा किया बदलाव, पीजीपी के 2022-24 बैच के लिए नियम में किया बदलाव

अब स्नातक नहीं, 10वीं, 12वीं के अंक और अनुभव के आधार पर प्रवेश देगा आईआईएम-ए

अब स्नातक नहीं, 10वीं, 12वीं के अंक और अनुभव के आधार पर प्रवेश देगा आईआईएम-ए

अहमदाबाद. देश के सबसे बड़े प्रबंध संस्थानों में शुमार भारतीय प्रबंध संस्थान अहमदाबाद (आईआईएम-ए) में प्रवेश पाने के इच्छुक युवाओं के लिए अहम खबर है।
आईआईएम-ए ने अपने सबसे महत्वपूर्ण प्रबंध पाठ्यक्रम पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (पीजीपी) में प्रवेश के नियम में बड़ा बदलाव किया है।
आईआईएम-ए के दो वर्षीय पीजीपी कोर्स में प्रवेश के लिए स्नातक पाठ्यक्रम के अंकों को ध्यानार्थ नहीं लिया जाएगा। उसकी जगह अब 10वीं, 12वीं के अंकों और विद्यार्थी के अनुभव को आधार में रखकर प्रवेश दिया जाएगा।
यह संशोधित नियम फिलहाल वर्ष 2022-24 बैच के पीजीपी प्रवेश के लिए ही लागू किया गया है।
संशोधित नए नियमों के तहत अकादमिक रेटिंग (एआर) स्कोर की गणना अब 25 के पैमाने पर की जाएगी। जिसमें कक्षा 10वीं के अंक, कक्षा 12वीं के अंक और उम्मीदवार के कार्य अनुभव को ध्यान में रखा जाएगा। और अंक 35 के अनुपात में उसे ध्यानार्थ लिया जाएगा। शेष 65 अंक कैट स्कोर के ध्यानार्थ लिए जाएंगे।
वैसे पीजीपी कोर्स में प्रवेश के लिए कैट अंकों के साथ-साथ स्नातक डिग्री में 50 फीसदी अंक अनिवार्य हैं । अनुसूचित जाति, जनजाति (एससी-एसटी), दिव्यांगों के लिए 45 फीसदी अंक जरूरी हैं।
कोरोना महामारी के चलते दो सालों से कई विश्वविद्यालयों की ओर से समय से स्नातक पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं नहीं ली गईं हैं। विद्यार्थियों को मास प्रमोशन देकर पास कर दिया है। उसे देखते हुए कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) कमेटी ने कैट-2021 में स्नातक अंकों को ध्यानार्थ लिए बिना ही शामिल होने की छूट दी थी।
आईआईएम-ए में प्रवेश प्रक्रिया काफी जटिल है। उसमें आवेदन करने वाले महज 0.1 प्रतिशत से भी कम विद्यार्थी सफल हो पाते हैं।
कोरोना काल में परीक्षाएं न होने से निर्णय
आईआईएम-ए की प्रवेश समिति की ओर से जारी आधिकारिक निर्देश में बताया है कि कोरोनाकाल में दो सालों से विश्वविद्यालयों की ओर से स्नातक पाठ्यक्रम की परीक्षाएं आयोजित नहीं किए जाने के चलते सभी आवेदकों के हित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय किया है। जिसके तहत प्रवेश प्रक्रिया में स्नातक के अंकों को ध्यानार्थ नहीं लिया जाएगा।
अब ऐसे होगी समग्र स्कोर (सीएस) की गणना
सीएस = 0.35* (प्रो-रेटेड एआर स्कोर/35) + 0.65* (सामान्यीकृत समग्र कैट स्कोर), प्रो-रेटेड एआर स्कोर = * 35 के आधार पर होगी।

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