उन्होंने कहा कि गुजरात में अन्य राज्यों की तुलना में वैट कम हैं। इसके चलते यहां पेट्रोल-डीजल की दरें कम हैं। जनता पर भी बोझ नहीं पड़ा है। कोरोना महामारी में सरकारों की आवक घटी है। देश में चाहे भारत सरकार हो या राज्य सरकार सभी का काफी खर्च हुआ है। हालांकि किसानों की मदद के लिए कृषि उत्पादों को बेहतर दाम दिलाने के लिए सेस लगाया है, जिसमें पेट्रोल -डीजल भी आती है, लेकिन भारत सरकार ने पेट्रोल -डीजल से उत्पाद शुल्क घटाया है। इसके चलते जनता पर बोझ नहीं पड़ा है। भारत में 85 फीसदी कच्चा तेल विदेश से आयात करना पड़ता है।
उन्होंने विश्वास जताया कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें घटेंगी तो पेट्रोल-डीजल के दाम भी घटेंगे।
गौरतलब है कि पिछले दस दिनों से पेट्रोल-डीजल की दरों में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके चलते आमजन परेशान हो रहा है। यदि गुरुवार की बात की जाए तो अहमदाबाद में जहां पेट्रोल 87.05 पैसे रहा। वहीं डीजल 86.42 तक पहुंच गया।