पीएम मुद्रा योजना में ऋण दिलाने के नाम पर ठगने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश
अहमदाबादPublished: Apr 17, 2019 11:12:45 pm
साइबर क्राइम ने दिल्ली से दो युवतियों सहित चार को पकड़ा
पीएम मुद्रा योजना में ऋण दिलाने के नाम पर ठगते वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश
अहमदाबाद. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत ऋण दिलाने के नाम पर लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए क्राइम ब्रांच ने दिल्ली से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें दो युवतियां भी शामिल हैं। आरोपियों के पास से 22 मोबाइल फोन, स्क्रिप्ट, कस्टमरों के नाम एवं ब्यौरे वाले 13 रजिस्टर भी जब्त किए हैं। मुख्य आरोपी फरार है।
साइबर क्राइम के एसीपी जे.एम.यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में नई दिली के रोहिणी नहारपुरगांव निवासी सागर शर्मा (१९), नई दिल्ली स्वरूपनगर घंटा कोलोनी निवासी सोनू उर्फ अमन सिंह (१९), नई दिल्ली सुल्तानपुरी निवासी कंचन उर्फ आंचल सिंह चौहान (22), नई दिल्ली शादीपुर वेस्ट पटेलनगर निवासी सुमन पॉल (१९) शामिल हैं।
आरोपी दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-7 इलाके में स्थित एमएम प्लॉजा में कॉल सेंटर चलाकर ठगी का कामकाज कर रहे थे।
दिल्ली निवासी अनिल जोशी इस कॉल सेंटर का मुख्य आरोपी है। जिसने स्वरोजगार शुरू करने के इच्छुक लोगों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर लोन लेना है ऐसे लोगों को अपने जाल में बिछाने के लिए ब्रिज कैपिटल नाम का एक फिशिंग वेब पेज तैयार किया है। गुगल सर्च इंजन में पीएम मुद्रा ऋण योजना के नाम पर यदि कोई सर्च करता है तो उसमें यह लिंक सबसे प्रमुखता से दिखाई देती है। ऐसे में कई लोग इस लिंक पर जाकर अपने नाम, पता, आयु, प्रमाण-पत्र, आय का ब्यौरा देते हैं, जिससे डाटा लेकर कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारी उस व्यक्ति का संपर्क करते हैं। उसे ऋण दिलाने के नाम पर पहले फाइल चार्ज के २५००, छह एडवांस ईएमआई के ५० हजार रुपए, एनओसी के लिए ३२ हजार से ज्यादा, लोन ट्रांसफर करने के 21 हजार रुपए ऑनलाइन लोकेश कुमार नाम के व्यक्ति के खाते में जमा करवाते और फिर खादी विलेज इंडिया एंड इंडस्ट्रीज कमीशन, एमएसएमई के फर्जी प्रमाण-पत्र, ऋण मंजूरी का प्रमाण-पत्र भेजकर ठगी करते थे।
असारवा में रहने वाले सिद्धराज सिंह भाटी को भी आरोपियों ने एक लाख छह हजार रुपए की चपत लगाई है। इस प्रकार से और कितने लोगों को ठगा है। इस बारे में जांच की जा रही है।