राज्य के सभी बांधों में ७५ फीसदी संग्रह
राज्य के नर्मदा समेत प्रमुख २०५ बांधों में पानी संग्रह की क्षमता २५२२४.१६ एमसीएम है। इसके मुकाबले अब तक १८८३६ एमसीएम पानी संग्रह हो चुका है जो क्षमता के मुकाबले ७४.६७ फीसदी है।
उत्तर गुजरात की स्थिति कमजोर
प्रदेश में बांधों में हुए संग्रह की स्थिति पर नजर डाली जाए तो इस वर्ष उत्तर गुजरात रीजन की स्थिति सबसे कमजोर है। रीजन के चार जिलों में स्थित बांधों में अब तक क्षमता के मुकाबले ३०.४० फीसदी ही पानी का संग्रह हो पाया है।
सबसे बेहतर स्थिति मध्य गुजरात की
मध्य गुजरात रीजन के पांच जिलों के बांधों की स्थिति सबसे बेहतर है। रीजन में बांधों की क्षमता के मुकाबले अब तक ९२.१५ फीसदी से अधिक संग्रह हो चुका है। इसके अलावा दक्षिण गुजरात रीजन के बांधों में अब तक क्षमता के मुकाबले ७४.४८ फीसदी, कच्छ में ६१ फीसदी तो सौराष्ट्र के बांधों में अब तक ७०.७२ फीसदी पानी का संग्रह हो चुका है।
४१ बांध छलके
प्रदेश के २०४ बांधों में मंगलवार सुबह आठ बजे तक ४१ बांध छलक गए हैं। इसके अलावा ३६ बांधों में २५ से ५० फीसद तक पानी का संग्रह हो गया है। ४० बांधों में ७० से १०० फीसदी तथा २२ बांधों में ५० से ७० फीसदी पानी का संग्रह हो चुका है।
५७ बांध हाईअलर्ट
प्रदेश के प्रमुख बांधों में से ५७ बांधों हाईअलर्ट घोषित किए गए हैं। इन बांधों में ९० से १०० फीसदी तक पानी का संग्रह हो गया है। इनमें से ४१ में तो चादर चली हुई है। बारह बांधों में पानी का संग्रह ८० से ९० फीसदी तक होने से उन्हें अलर्ट तो दस बांधों में ७० फीसदी से अधिक और अस्सी फीसदी से कम पानी जमा हुआ है। इन्हें वार्निंग पर रखा गया है।
राज्य के नर्मदा समेत प्रमुख २०५ बांधों में पानी संग्रह की क्षमता २५२२४.१६ एमसीएम है। इसके मुकाबले अब तक १८८३६ एमसीएम पानी संग्रह हो चुका है जो क्षमता के मुकाबले ७४.६७ फीसदी है।
उत्तर गुजरात की स्थिति कमजोर
प्रदेश में बांधों में हुए संग्रह की स्थिति पर नजर डाली जाए तो इस वर्ष उत्तर गुजरात रीजन की स्थिति सबसे कमजोर है। रीजन के चार जिलों में स्थित बांधों में अब तक क्षमता के मुकाबले ३०.४० फीसदी ही पानी का संग्रह हो पाया है।
सबसे बेहतर स्थिति मध्य गुजरात की
मध्य गुजरात रीजन के पांच जिलों के बांधों की स्थिति सबसे बेहतर है। रीजन में बांधों की क्षमता के मुकाबले अब तक ९२.१५ फीसदी से अधिक संग्रह हो चुका है। इसके अलावा दक्षिण गुजरात रीजन के बांधों में अब तक क्षमता के मुकाबले ७४.४८ फीसदी, कच्छ में ६१ फीसदी तो सौराष्ट्र के बांधों में अब तक ७०.७२ फीसदी पानी का संग्रह हो चुका है।
४१ बांध छलके
प्रदेश के २०४ बांधों में मंगलवार सुबह आठ बजे तक ४१ बांध छलक गए हैं। इसके अलावा ३६ बांधों में २५ से ५० फीसद तक पानी का संग्रह हो गया है। ४० बांधों में ७० से १०० फीसदी तथा २२ बांधों में ५० से ७० फीसदी पानी का संग्रह हो चुका है।
५७ बांध हाईअलर्ट
प्रदेश के प्रमुख बांधों में से ५७ बांधों हाईअलर्ट घोषित किए गए हैं। इन बांधों में ९० से १०० फीसदी तक पानी का संग्रह हो गया है। इनमें से ४१ में तो चादर चली हुई है। बारह बांधों में पानी का संग्रह ८० से ९० फीसदी तक होने से उन्हें अलर्ट तो दस बांधों में ७० फीसदी से अधिक और अस्सी फीसदी से कम पानी जमा हुआ है। इन्हें वार्निंग पर रखा गया है।